बिहार के शिवहर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पिता ने अपने डेढ़ महीने के बेटे की कुदाल से काटकर हत्या कर दी है. सनकी पिता ने अपने डेढ़ महीने के दूधमुंहें बेटे को कुदाल से काटकर मार दिया. पुलिस ने हैवान पिता को गिरफ्तार कर लिया है. दिल को दहला देने वाली ये घटना शिवहर जिले के थाना क्षेत्र के चिकनौटा गांव की है. आरोपी की पहचान तरियानी के सरवरपुर निवासी राजेश कुमार के रूप में हुई है.
घटना के बारे बताया जा रहा है कि घर में सभी लोग चैती छठ के लिए सुबह का अर्घ्य देने के लिए तैयार हो रहे थे. इस दौरान मां अपने डेढ़ महीने के बच्चे को तैयार करने जाने लगी तो वहां बच्चा नहीं मिला.
रात को बाहर ले जाकर मारा
तब घर के लोगों को उसके पिता राजेश पर शक हुआ और लोग उससे सख्ती से पूछताछ करने लगे. इसके बाद राजेश ने बेटे की हत्या करने की बात कही. राजेश की बात सुनकर लोगों की रूह कांप गई. राजेश ने बताया कि यह घटना सोमवार की देर शाम की है जब सभी लोग छठ घाट से अर्घ्य देकर वापस घर लौटे थे.
तब रात को वह अपने डेढ़ महीने के बच्चे को चुपके से लेकर घर से बाहर निकल गया और बांसबाड़ी में जाकर धारदार हथियार से बच्चे का सिर धड़ से अलग कर दिया और घर आकर चुपचाप सो गया.
‘मेरा बेटा नहीं राक्षस था’
हैवान के मुंह से उसकी करतूत सुनकर घर वालों ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पुछताछ में उसने बताया कि उसने बेटे की हत्या इसलिए की क्योंकि उसे पता था कि वह बेटा नहीं राक्षस है. मुझे इस बात का डर था कि बड़ा होकर वह मुझे मार देगा.
मां ने मांगी थी छठ मां से मन्नत
आरोपी ने जिस बेटे की हत्या की उसने उसकी शादी के 22 साल बाद जन्म लिया था. आरोपी की पत्नी ज्ञानी उर्फ गौरी छठ माता से बेटे के लिए मन्नत मांगी थी. डेढ़ महीने पहले उसे एक बेटा हुआ. मन्नत पूरी होने के बाद ही गौरी ने चैती छठ किया था.