क्या सुनीता केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए? मनीष सिसोदिया ने दिया ये जवाब

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि यही पार्टी की ताकत है. मैं जब 17 महीने के बाद जेल से बाहर आया तो मुझे अच्छा लगा कि पार्टी के लोग हमारे साथ एकजुट हैं. AAP को तोड़ने की साजिश नाकाम हो गई. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की सरकार को गिराना है तो मुख्यमंत्री पर पीएमएलए की धारा लगा दो और सरकार गिरा दो. यह खराब परंपरा है, और इसे बंद कर दिया जाना चाहिए. 5 संपादकों के साथ आयोजित कार्यक्रम में मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी को तोड़ने की साजिश नाकाम हो गई है. संकट की इस घड़ी में न AAP टूटी और न ही AAP सरकार टूटी. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में सिर्फ स्वार्थ मायने नहीं रखते, संबंध भी मायने रखते हैं.

जेल में बहुत कुछ सीखाः सिसोदिया
उन्होंने कहा कि जेल में बहुत कुछ सीखने को मिला. जेल आपको धैर्य सिखाती है. जेल में पढ़ने-लिखने का काम करता रहा. वहां पर डायरी खरीद कर मैं कुछ न कुछ लिखता ही रहा. वहां पर मैंने 10 पेन खरीदा और उन्हें लिखते-लिखते खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि मुझे तोड़ने की बहुत कोशिश हो गई. क्या सत्येंद्र जैन से मुलाकात हुई, इस पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि सत्येंद्र जैन से कोई मुलाकात नहीं हुई. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जेल में बंद हैं. उनसे भी कोई मुलाकात नहीं हुई.

चुनाव तक जेल में रखने की साजिशः सिसोदिया
उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया पर लगाए जाने वाले केस मुझ पर दर्ज किए गए. मुझे लग रहा था कि मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है. दिल्ली चुनाव तक जेल में रखने की कोशिश की गई. टीवी9 के साथ 5 संपादकों के साथ इंटरव्यू में क्या इस्तीफा देने को लेकर कोई मलाल हुआ, इस पर सिसोदिया ने कहा कि मुझे कभी पछतावा नहीं होता. मैं पहले मीडिया सेक्टर में रहा. सूचना के अधिकार को लेकर केजरीवाल के साथ काफी काम किया. फिर मुझे संवैधानिक पद मिल गया और लोगों की सेवा करने का मौका मिला. एक मंत्री के इस्तीफा देने से सरकार नहीं गिर जाती. जबकि मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने से सरकार गिर जाती है. केजरीवाल के इस्तीफे से सरकार गिरती ही है साथ में केंद्र को राजनीतिक फायदा मिल जाता है. सरकार को गिराने की कोशिश की गई.

‘PMLA लगाओ, सरकार गिराओ, ये बंद हो’
सिसोदिया ने कहा कि यह बहुत ही खराब परंपरा बन रही है कि विपक्ष की किसी सरकार को गिराना है तो उनके मुख्यमंत्री पर पीएमएलए की धारा लगाओ और सरकार गिराओ. यह बहुत ही खराब परंपरा है और इसे खत्म करना होगा. पढ़ाई के दौरान बारिश का पानी लगने से 3 छात्रों की मौत पर मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा. मुझे भी काफी दर्द महसूस हुआ. दिल्ली में जिस तरह की अव्यवस्था फैली हुई है, उसकी वजह राजधानी में लोकतंत्र की हत्या किया जाना रहा है.’ आम आदमी पार्टी में अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर का नेता कौन है, इस पर सिसोदिया ने कहा कि संजय सिंह. योगेंद्र यादव, कुमार विश्वास और प्रशांत भूषण में बेहतर नेता कौन है, उन्होंने कहा कि मैं इनमें से किसी को नेता नहीं मानता. इन लोगों में कई अलग तरह के गुण हैं, लेकिन नेतृत्व करने की कोई क्षमता इनमें नहीं है.

शराब नीति पर क्या बोले सिसोदिया
क्या अगले चुनाव में जनता का समर्थन मिलेगा, जवाब में मनीष सिसोदिया ने कहा, “मुझे लगता है कि हमें जनता का और समर्थन मिलेगा. जनता ने सब कुछ देखा है. उसने देखा है कि अन्य दलों में लोग एक-दूसरे का साथ छोड़कर गए. जबकि हमारी अपनी पार्टी के लोग छोड़कर नहीं गए, वो संकट में साथ बने रहे. इसका असर चुनाव में दिखेगा.” दिल्ली की शराब नीति के बारे में सिसोदिया ने कहा कि हमने एक अच्छी नीति बनाई. हमारे राजस्व को फायदा मिला. हालांकि मामला कोर्ट में है, इसलिए इस पर ज्यादा कुछ बोल नहीं सकता.

सुनीता केजरीवाल को क्या चुनाव लड़ना चाहिए?
दिल्ली में हुए दंगों को लेकर सिसोदिया ने कहा कि मैं और अरविंद केजरीवाल दोनों लोग दंगों वाली जगहों पर लगातार जाते रहे. हम लोग इस बारे में अधिकारियों से लगातार हालात को नियंत्रित करने की कोशिश में रहे. आप लोगों के पास जो जानकारी है वो गलत है. क्या सुनीता केजरीवाल को दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए, इस पर सिसोदिया ने कहा कि नहीं, उन्हें ऐसा करने की जरुरत नहीं है. अब कुछ ही दिन में अरविंद केजरीवाल भी जेल से बाहर आने वाले हैं, ऐसे में उन्हें ऐसा करने की जरुरत नहीं है. मनीष सिसोदिया को पिछले साल 26 फरवरी को आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में उन्हें जमानत दी जिसके बाद वह जेल से बाहर आए.

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