फरीदाबाद : फरीदाबाद डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या की जांच डीजीपी मनोज यादव अपने स्तर से भी करवाएंगे। इसके लिए डीजीपी ने आईजी हिसार अमिताभ सिंह ढिल्लों की अगुवाई में एक एसआईटी का गठन किया है। इस टीम में एसपी पलवल नरेंद्र बिजरानिया भी शामिल हैं। एसआईटी आईपीएस की आत्महत्या जांच नए सिरे से कर डीजीपी को रिपोर्ट देगी। एसआईटी हेड अमिताभ सिंह ढिल्लों फरीदाबाद के सीपी भी रह चुके हैं। उनकी गिनती तेज-तर्रार अफसरों में होती है। महकमे में कहा जाता है कि वह किसी भी दबाव में नहीं आते हैं।
रविवार देर शाम एसआईटी के सदस्य फरीदाबाद पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी। बुधवार को डीसीपी विक्रम कपूर ने खुद को गोली मार ली थी। स्यूसाइड नोट में उन्होंने भूपानी थाने के एसएचओ रहे इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद पर ब्लैकमेल कर धमकाने के बारे में लिखा था। इसके बाद शहीद को निलंबित कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में उसने बताया कि उसकी महिला मित्र और सतीश व उसकी डीसीपी से अलग-अलग डिमांड थी।
जांच में पता चला कि वह ब्लैकमेल कर डीसीपी को तंग कर रहा था। उधर, मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से रविवार को डीजीपी ने इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। इससे पुलिस महकमे में फिर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। सीपी की बनाई एसआईटी मामले में आरोपित इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद को गिरफ्तार कर केस का खुलासा कर चुकी है। अब नई एसआईटी की जांच का एंगल क्या होगा, इस पर सबकी निगाहें हैं। पुलिस ने डीसीपी के स्यूसाइड नोट व बेटे अर्जुन कपूर की शिकायत के आधार पर इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद व सतीश नाम के पत्रकार को आरोपित बनाया है। फरीदाबाद पुलिस ने नए सिरे से जांच की पुष्टि की है।