तिहाड़ जेल में बंद कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से मिलने पहुंचीं सोनिया गाँधी

नई दिल्ली : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी तिहाड़ जेल में बंद कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से मिलने पहुंचीं। उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी थे। पूर्व वित्त मंत्री ने इसके लिए दोनों नेताओं का आभार जताते हुए कहा है कि जब तक कांग्रेस पार्टी मजबूत है तब तक वह भी मजबूत और हिम्मती बने रहेंगे। इससे पहले सोमवार को ही कार्ति चिदंबरम भी पिता से मिलने तिहाड़ पहुंचे। बता दें कि चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया घोटाला मामले में फिलहाल तिहाड़ में हैं। उन्हें 3 अक्टूबर तक सीबीआई की न्यायिक हिरासत में रखा गया है।

चिदंबरम के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह का आभार जताया गया है। बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री की तरफ से उनका परिवार उनके ऑफिशल हैंडल से उनकी राय को ट्वीट करता है। चिदंबरन में ट्वीट किया, ‘आज सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने मुझसे मुलाकात की। जबतक कांग्रेस पार्टी मजबूत और हिम्मती है तबतक मैं भी मजबूत और हिम्मती रहूंगा।’

एक और ट्वीट में चिदंबरम ने अमेरिका में ‘हाउडी मोदी’ में पीएम मोदी के उस बयान का उपहास उड़ाया है जिसमें पीएम ने कहा कि भारत में सबकुछ ठीक है। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘भारत में सब अच्छा है, सिवाय बेरोजगारी, मौजूदा नौकरियों के जाने, कम वेतन, भीड़ की हिंसा, कश्मीर में लॉकडाउन और विपक्षी नेताओं को जेल में डालने के।’

जमानत अर्जी पर आज सुनवाई
चिदंबरम की जमानत अर्जी पर आज दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है। सीबीआई ने जमानत का यह कहते हुए विरोध किया है कि चिदंबरम देश छोड़कर भाग सकते हैं।

इसपर चिदंबरम के ट्विटर अकाउंट से रविवार को तंज भी कसा गया था। उनका ट्विटर अकाउंट फिलहाल परिवार द्वारा चलाया जा रहा है। चिदंबरम की तरफ से उनके परिवार ने ट्वीट किया था, ‘कुछ लोगों के मुताबिक, मेरे गोल्डन रंग के पंख आएंगे और फिर मैं उड़कर चांद पर चला जाउंगा। मेरी वहां पर सेफ लैंडिंग भी होगी। मैं यह जानकर रोमांचित हो गया हूं।’

चिदंबरम को सीबीआई द्वारा 21 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय उनके खिलाफ आईएनएक्स मीडिया मामले की जांच कर रहा है। इसमें गड़बड़ियां पाई गई हैं। आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया ग्रुप को 2007 में 305 करोड़ रुपये का विदेशी धन हासिल करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की मंजूरी में अनियमितता बरती गई। उस दौरान पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे।

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