दिल्ली से मथुरा के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की योजना पर काम शुरू हो गया है। सब-कुछ ठीक रहा तो अगले 15 साल में इस रूट पर रैपिड ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा। 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली इस ट्रेन से दिल्ली-फरीदाबाद-पलवल और मथुरा के बीच 15 स्टेशन बनाए जाएंगे।
फरीदाबाद में शुक्रवार को सेक्टर-15 स्थित जिमखाना क्लब में हुई फरीदाबाद मेट्रोपोलिटियन डेवलपमेंट अथारिटी (एफएमडीए) की बैठक में दिल्ली-मथुरा के बीच शुरू की जाने वाली रैपिड ट्रेन पर चर्चा की गई। इस बैठक में नगर निगम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और अन्य विभागों के साथ ही विभिन्न आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी, उद्यमी व मार्केट कमेटी के सदस्य मौजूद रहे। एफएमडीए के सीईओ व नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एके सिंह की अध्यक्षता वाली इस बैठक में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम पर गंभीरता से विचार किया गया।
तीसरे चरण में पूरा होना है काम
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सीईओ एके सिंह ने कहा कि दिल्ली-फरीदाबाद, पलवल के बीच रैपिड ट्रेन का काम तीसरे चरण में पूरा होना है। इसी को मथुरा तक बढ़ाया जाएगा। फरीदाबाद मेट्रोपोलिटियन डेवलपमेंट अथारिटी इस योजना को जल्द से जल्द शुरू कराने के लिए काम करेगी।
दिल्ली-पलवल के बीच परियोजना पर सर्वे का काम चल रहा है। इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। उम्मीद है कि 2035 तक दिल्ली से मथुरा के बीच लोगों को इस सेवा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इसके अलावा बैठक में 2040 तक के विकास का खाका खींचा गया। शहर में ढांचागत विकास के साथ गुरुग्राम को मेट्रो से जोड़ने पर भी चर्चा की गई।