एक बार फिर भरोसा टूटा है, रिश्तों का भरोसा… हैवानियत ने एक बार फिर हदों को पार कर दिया है. एक मां ने अपनी बेटी को मुंह बोले भाई के पास इसलिए भेजा था क्योंकि सिर से पिता का साया उठ गया था और ऐसे में सहारे की जरूरत थी. लेकिन उस मुंह बोले मामा ने सारी हदों को पार कर दिया और बच्ची के साथ लगातार दुष्कर्म किया. करीब दो साल बाद जब इस घटना का खुलासा हुआ, तब पुलिस ने एक्शन लिया और समाज फिर से शर्मसार हो गया.
दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में तैनात एक डिप्टी डायरेक्टर की करतूत दुनिया के सामने आई है, जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है और पुलिस द्वारा एक्शन लिया जा रहा है. आरोप है कि डायरेक्टर ने अपनी दोस्त की नाबालिग बेटी का कई महीने तक रेप किया, इतना ही नहीं उसे गर्भवती भी कर दिया और बाद में अबॉर्शन करवाया. बच्ची पर इसका इतना बुरा असर हुआ कि वह पैनिक अटैक का शिकार होने लगी और इन्हीं के इलाज के वक्त उसने अपने दर्द को बयां कर दिया.
दिल्ली का हैवान अफसर जिसने तोड़ा भरोसा…
दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद पर आरोपी तैनात थे. राजधानी के बुराड़ी इलाके में ये परिवार रहता था और पीड़िता का परिवार भी वहां रहता था. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों ही परिवार अक्सर चर्च में जाया करते थे, इसी दौरान कुछ जान पहचान हुई. क्योंकि दिल्ली में दोनों काम के सिलसिले की वजह से ही रह रहे थे, लेकिन मूल रूप से एक ही शहर से आते थे. ऐसे में यहां उनकी जान-पहचान हुई जो दोस्ती में बदल गई.
जब सबकुछ सही चल रहा था, इसी दौरान अक्टूबर 2020 में पीड़िता के पिता की मौत हो गई. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पिता की मौत के बाद नाबालिग पीड़िता डिप्टी डायरेक्टर के घर आ गई और वह उनके परिवार के साथ ही रहने लगी. बच्ची इस डायरेक्टर को मामा बुलाती थी, लेकिन किसको पता था कि यही मामा हैवानियत की सारी हदें पार कर देगा और इस अंजाम तक चीज़ें आ जाएंगी.
अक्टूबर 2020 में बच्ची जब 14 साल की थी, तब वह यहां आई. आरोपी अफसर ने नवंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 तक पीड़िता के साथ बलात्कार किया, ये लगातार होता गया और इसकी खबर किसी को नहीं थी. लेकिन गड़बड़ तब हुई जब आरोपी के इस कुकर्म की वजह से नाबालिग पीड़िता गर्भवती हो गई. पीड़िता के प्रेग्नेंट होने के बाद आरोपी अफसर ने अपनी पत्नी को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पत्नी भी अपने पति के साथ इस कुकर्म में शामिल हो गई.
अपने बेटे के जरिए महिला ने अबॉर्शन से जुड़ी सारी दवाइयां मंगाई और जबरन पीड़िता को खिलाईं. 3 महीने तक पीड़िता का उत्पीड़न हुआ, लेकिन बाद में वह अपनी मां के पास पहुंची. इस दौरान कई बार लड़की को पैनिक अटैक आए. इसी साल अगस्त में भी लड़की को जब पैनिक अटैक आया, तब उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां लड़की का इलाज हुआ और काउंसलिंग के दौरान ही उसने अपना पूरा दर्द बताया. 12वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने काउंसलिंग के दौरान ही रेप, अबॉर्शन और उसके बाद पैनिक अटैक की बातें बताईं.
इस मामले में अभी तक क्या एक्शन हुआ?