सूरीनाम के दौरे पर पहुंचीं भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसिडेंट चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ़ द चेन ऑफ़ द येलो स्टार’ से सम्मानित किया. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ये मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. ये भारत के 140 करोड़ से अधिक लोगों के लिए भी अत्यधिक महत्व रखता है, जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं. मैं इस सम्मान को भारतीय-सूरीनामी समुदाय की उन पीढ़ियों को भी समर्पित करती हूं, जिन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को समृद्ध करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान भारत और सूरीनाम ने सोमवार को हेल्थ और एग्रीकल्चर समेत क्षमता निर्माण के क्षेत्र में तीन प्रमुख एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू और सूरीनाम के उनके समकक्ष चंद्रिका प्रसाद संतोखी के डेलिगेशन स्तर की बातचीत भी हुई.
भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति भवन ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम आकर खुश हैं. यहां भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि भारत की तरह सूरीनाम में भी कई जातियों, भाषाओं और धर्मों के लोग रहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत और सूरीनाम की मित्रता की नींव मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की वजह से बनी है.
चंद्रिका प्रसाद संतोखी को सौंपी दवाएं
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बिजनेस को बढ़ाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि रक्षा और कृषि समेत कई उद्योगों में एक दूसरे का सहयोग करना होगा. डेलिगेशन स्तर की बातचीत के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने सूरीनाम के अपने समकक्ष चंद्रिका प्रसाद संतोखी को भारत से दवाएं सौंपी. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक भारत से सूरीनाम की आखिरी राष्ट्रपति यात्रा 2018 में हुई थी