बेंगलुरू में एक प्राइवेट स्कूल की टीचर की दरिंदगी का मामला सामने आया है. जहां महिला टीचर ने इतनी जोर से छात्र की पिटाई की कि उसका दांत टूट गया. छात्र के परिजनों ने मामले कि शिकायत पुलिस से की है. फिलहाल पुलिस आरोपी शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है. हालांकि स्कूल प्रशासन ने टीचर का बचाव किया है. दरअसल बेंगलुरु में एक प्राइवेट स्कूल की महिला टीचर पर छठवीं क्लास के छात्र की बेरहमी से पिटाई का मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि टीचर की पिटाई से छात्र का दांत तक टूट गया है.
छात्र को लकड़ी की छड़ी से मारा
दरअसल गुरुवार को जयनगर फोर्थ ब्लॉक के होली क्राइस्ट इंग्लिश स्कूल में वाटर प्ले सेशन के दौरान छात्र और उसके दोस्त एक-दूसरे पर पानी फेंक रहे थे. इसी दौरान पानी के कुछ छींटे उनकी हिंदी टीचर अजमत पर चले गए. यह बात टीचर को इतनी नागवार गुजरी की उसने गुस्से में छात्र को लकड़ी की छड़ी से इतना तेज मारा कि वह घायल हो गया.
टीचर के खिलाफ मामला दर्ज
वहीं घटना के दूसरे दिन टीचर ने लड़के के माता-पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस से संपर्क किया. इसमें दावा किया गया कि उन्होंने पहले भी फीस को लेकर विवाद किया था. हालांकि पुलिस ने पहले ही टीचर को नोटिस जारी कर दिया था और घटना के संबंध में उसका बयान भी दर्ज कर लिया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हालांकि इन आरोपों के लिए संभावित सजा सात साल से कम है, इसलिए इस समय टीचर को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
पहले भी हो चुकी ऐसी घटना
पीड़ित छात्र के पिता ने कहा कि यह उनके परिवार से जुड़ी पहली घटना नहीं है. उसी स्कूल में एक अन्य शिक्षक ने पहले भी उनकी छह साल की बेटी के साथ मारपीट की थी. जिसकी वजह से उसका हाथ एक हफ्ते तक सूजा रहा था. हालांकि मामला माफीनामा के बाद खत्म हो गया था. छात्र के पिता ने कहा कि इस बार हमने आगे की कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि मेरा बेटा और उसके दोस्त दोपहर के भोजन के दौरान गोंद की ट्यूबों में पानी भरकर स्प्रे कर रहे थे. जब टीचर अजमत वहां पहुंची और उस पर पानी छिड़का तो वह भड़क गई और उसने मेरे बेटे के चेहरे पर लकड़ी के रोल से वार किया. घटना के बारे में जानने के बाद उन्होंने स्कूल का दौरा किया, जहां उन्हें माफीनामा दिया गया. हालांकि, उन्होंने मामले को आगे बढ़ाने का फैसला किया.
स्कूल प्रशासन ने टीचर का किया बचाव
वहीं स्कूल की प्रशासन प्रमुख अर्पिता वीएल ने आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि लड़के को चोट तब लगी जब उसने शिक्षक की फटकार से बचने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि टीचर ने इसलिए प्रतिक्रिया की क्योंकि उस पर पानी के छींटे पड़ गए. लेकिन उन्होंने छात्र को पीटा नहीं था. उसने डराने के लिए स्केल उठाया था, उसी दौरान छात्र भागा और उसका चेहरा मेज से टकरा गया, जिससे उसे चोट लग गई.