दिल्ली: दिल्ली-NCR में रविवार को प्रदूषण ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 900 के पार चला गया। इतनी ही नहीं दिल्ली के नरेला में तो AQI 999 तक पहुंच गया। वहीं, मुंडका में 909, पूसा रोड पर 920, सोनिया विहार में 890, पंजाबी बाग में 952, शाहदरा में 881, नोएडा में 854, और गाजियाबाद में 767 पहुंच गया। वहीं, इन सब जगहों के मुकाबले गुरुग्राम और फरीदाबाद में कम प्रदूषण रहा। गुरुग्राम में AQI 386 और फरीदावाद में 323 रहा। हालांकि, यह भी बेहद खराब श्रेणी में है।
शनिवार शाम से दिल्ली-NCR में हुई हल्की बारिश से उम्मीद की जा रही थी कि अब प्रदूषण से राहत मिलेगी लेकिन रविवार को प्रदूषण ने सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए। रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के आसमान में धुआं ही धुंआ दिखा, जिसमें 46 फीसदी हिस्सा उस धुएं का है जो पराली जलने से पैदा हुआ है। बढ़ते प्रदूषण से दिल्ली-NCR में पैदा हुए गंभीर हालातों के बीच दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार में बयानबाजी चल रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को शनिवार को पत्र लिखकर प्रदूषण संबंधित समस्याओं में उनके हस्तक्षेप और पराली जलाने के मुद्दे से निपटने के लिए एक ठोस योजना पर काम करने की मांग की। केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि प्रदूषण के उच्च स्तर से न केवल नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है बल्कि यह यहां की यात्रा पर आने वाले गणमान्य लोगों की नजर में भारत की गलत छवि को भी पेश करता है।
उन्होंने पूछा, ‘‘पराली जलाने को पूरी तरह से रोकना सुनिश्चित करने के वास्ते तीन राज्यों में कितनी मशीनों की जरूरत होगी?” वहीं, जावड़ेकर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में प्रदूषण मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने का शनिवार को आरोप लगाया। केजरीवाल ने स्कूली छात्रों से पराली जलाने के कारण हो रहे प्रदूषण को लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखने के लिए कहा है। इसके एक दिन बाद जावड़ेकर ने इस मुद्दे के ‘राजनीतिकरण’ के लिए उनकी निंदा की और कहा कि यह ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है कि वह आरोप प्रत्यारोप में लिप्त है।