नोएडा. गौतमबुद्ध नगर जिला जेल में पुलिस ने चरस पकड़ी है. ये चरस जेल में बंद एक कैदी ने मंगवाई थी. बेहद चालाकी से कैदी को ये चरस दी जा रही थी, लेकिन पुलिस के आगे उसकी सारी चालाकी धरी रह गई. पुलिस ने लगभग 450 ग्राम चरस बरामद की है. इस मामले में थाना इकोटेक वन में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. ये मामला रविवार का बताया जा रहा है.
नमकीन और कुरकुरे के पैकेट में मंगवाई थी चरस
दरअसल, कोरोना संक्रमण के कारण पिछले सालभर से जेल में बंदियों की मुलाकात बंद है. जेल में बंद लोग अपनी जरूरत का सामान घरवालों से मंगवाते हैं. रविवार को विचाराधीन बंदी अनिल के नाम से मंगल सिंह मंगल सिंह नाम का शख्स सामान देकर गया था. सोमवार को कैदियों के लिए आए सामान को बंटवाया जा रहा था. बारी आने पर सामान देने के लिए जेल प्रशासन ने अनिल को बुलाया, लेकिन अनिल ने किसी भी सामान को मंगवाने से इनकार किया. अनिल ने बताया कि साथी कैदी मनीष गुप्ता ने उसके नाम से यह सामान मंगाया है. वहीं, साथ में आए कैदी मनीष ने भी बताया कि सामान उसका है.
नमकीन और कुरकुरे के पैकेट में मंगवाई चरस
सामान लेने के लिए मनीष गुप्ता और अनिल हड़बड़ी दिखाने लगे. इस पर जेल प्रशासन को शक हो गया. कैदी के सामान में नमकीन, कुरकुरे और अन्य खाद्य पदार्थ के पैकेट थे. कैदी के सामने जेल प्रबंधन ने नमकीन के पैकेट को फाड़ा तो उसमें चरस के टुकड़े मिले. दूसरे पैकेट को फाड़ने पर उसमें भी चरस भरी मिली. जांच करने पर चरस का वजन 455 ग्राम मिला है. जेल प्रशासन ने चरस को जब्त कर लिया. लगभग 100 ग्राम चरस जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दी गई है.
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने बताया कि कैदी मनीष गुप्ता अभी नार्कोटिक्स के एक मामले में ही जेल में बंद है. जांच में पता चला है कि उसने होली के त्योहार पर जेल में चरस बेचने के लिए मंगाई थी. मामला सामने आने के बाद जांच और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने कहा कि जेल में कैदियों के लिए आने वाला सारा सामान और पैकेट खोलने के बाद ही दिए जाएंगे. वहीं, पुलिस ने मनीष गुप्ता के खिलाफ थाना इकोटेक वन में एफआईआर दर्ज कर ली है.