फरीदाबाद- हरियाणा पुलिस द्वारा मनाए जा रहे साइबर जागरुकता माह के अंतर्गत जिला साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी नीतिश अग्रवाल के दिशा-निर्देश के तहत साइबर थाना एनआईटी प्रबंधक बसंत कुमार ने अपनी टीम के साथ आज महिला नेहरु कॉलेज सेक्टर-16 ए में पहूंच कर 700 से अधिक छात्राओं को साइबर व सेक्सटॉर्शन अपराध के संबधं में जागरुक करते हुए इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी है। इस अवसर पर पुलिस टीम के साथ कॉलेज के सभागार में छात्राओं के साथ कॉलेज के प्रधानाचार्य व कॉलेज स्टाफ के साथ मौजूद रहे।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि एडीजीपी क्राइम हरियाणा के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के तहत पूरे हरियाणा में अक्टूबर माह को साइबर जागरुकता माह के रुप में मनाया जा रहा है। इस अभियान के तहत फरीदाबाद में प्रति दिन लोगो को तीनों जॉन के साइबर थाना पुलिस टीम के द्वारा साइबर अपराध के संबंध में जागरुक कर इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दे रही है। अजकल साइबर अपराध से लोगो को नए नए तरिके से ठगा जा रहा है। उन्होने बताया कि आज कल साइबर के सम्बंध में सेक्सटॉर्शन की वारदात सामने आ रही है। कुछ छात्र-छात्रा इंटरनेट सर्फिंग सावधानी से नहीं करते हैं। जिसमें कुछ अपराधी किस्म के लोग उन्हे अपना शिकार बना लेते है। इसमें से सेक्सटॉर्शन एक साइबर ठगों का बुना जाल है, जिसके जरिए कुछ लोग फंसकर अपनी कमाई दे देते हैं। इस तरह के मामले देश भर में बढ़ रहे हैं। इसमें कई हाईप्रोफाइल लोगों को भी शिकार बनाया गया है। इस अपराध को अधिकतर व्हाट्सएप के माध्यम से अंजाम दिया जाता है जिसमें किसी अनजान नंबर से अधिकतर रात्रि के समय कॉल करके महिला वीडियो कॉल के माध्यम से आप से जुड़ती है, महिला बात करते समय अश्लील हरकत करके अपने कपड़े निकालती है वीडियो के माध्यम से स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके आपका चेहरा के साथ निर्वस्त्र महिला का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता है। जिसकी सहायता से आपको ब्लैक मेल किया जाता है कि आपकी इस वीडियो रिकॉर्डंग को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा तथा आपके सभी कॉन्टेक्ट्स को भी भेज दिया जाएगा। इस प्रकार डराकर आप से धनराशि की मांग की जाती है तथा उसे ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिया जाता है। साइबर ठगी के और अन्य तरिके जिसमें ठग सिम को 5 जी में बदलने के लिए कॉल, होम लोन के कॉल, लाटरी के कॉल इत्यादि के नाम पर लोगो को ठगने की कोशिश कर रहे है। हमें किसी को भी फोन पर ओटीपी सीसीवी नम्बर, एटीएम नम्बर, किसी भी लिंक पर क्लिक न करे और पेमेंट के लिए क्यूआर कोर्ड ने भेजे।
इसके साथ ही आमजन को साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि यदि किसी के साथ साइबर ठगी की वारदात घटित हो जाती है तो वह तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें और उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी के बारे में जानकारी दें। साइबर टीम द्वारा साइबर अपराधियों के बैंक खातों को फ्रीज करवाकर आपकी रकम आप तक वापस पहुंचा सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद सभी नागरिकों ने पुलिस टीम द्वारा साइबर अपराध के बारे में दी गई जानकारी के लिए पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।