नई दिल्ली : Air pollution in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण (Delhi air pollution) के लिए दिल्ली सरकार ने कई उपायों का ऐलान किया है.दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने मंगलवार को कहा, दिल्ली में प्रदूषण अभी very poor कैटेगरी में है. दिल्ली के प्रदूषण में पटाखे के धुएं और पड़ोसी राज्यों में जल रही पराली के धुएं की चादर छाई हुई है. हमने केंद्र सरकार से पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की समस्या से निपटने के लिए एक इमरजेंसी बैठक की मांग की थी. उम्मीद है ये बैठक जल्द होगी.
राय ने बताया कि आज दिल्ली की अलग अलग एजेंसियों के साथ अहम बैठक की गई, इस बैठक में प्रदूषण से निपटने के लिए 5 फैसले लिए हैं :
- दिल्ली में ओपन बर्निंग को रोकने के लिए 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपन बर्निंग कैम्पेन लांच कर रहे हैं. इसके अंतर्गत 10 अलग अलग विभागों को टीम गठित करने की ज़िम्मेदारी दी गयी है. अब तक 550 लोगों की टीम बनाई जा चुकी हैं जो दिन और रात में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में ओपन बर्निंग की जांच के लिए पेट्रोलिंग करेंगी.
- दिल्ली में GRAP के अनुसार, डीजल जनरेटर सेट का इस्तेमाल रोकने, पार्किंग फीस बढ़ाने, मेट्रो और बस की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के अलावा RWA को हीटर बांटने के निर्देश भी विभागों को दिए गए हैं.
- एंटी डस्ट कैम्पेन का दूसरा फ़ेज 12 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलाया जाएगा.सभी विभाग एंटी डस्ट सेल बनाएंगे. DPCC सभी विभागों को कॉर्डिनेट करेगा.अब तक एंटी डस्ट कैम्पेन के तहत 450 साइट पर उलंघन पाए जाने पर 1 करोड़ 23 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है.
- इमरजेंसी मुहिम के तहत पानी का छिड़काव शुरू किया गया है. सभी एजेंसियों द्वारा 400 से ज्यादा पानी के टैंकर सड़क पर उतारे जाएंगे ताकि पानी के छिड़काव से धूल प्रदूषण से निपटा जा सके.
- दिल्ली में पराली न जले, इसलिए अब तक 2300 एकड़ खेत में बायो डिकम्पोजर का छिड़काव किया जा चुका है. 30 नवंबर तक 4000 एकड़ खेत मे बायो डिकम्पोजर का छिड़काव कर लिया जाएगा. विभाग को छिड़काव में तेज़ी लाने के निर्देश दिए गए हैं.
बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार, जो विभाग निर्देश नहीं मानेंगे उन पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी.रविवार तक पराली जलने से दिल्ली में प्रदूषण की 46% हिस्सेदारी रही है.