18वीं लोकसभा का पहला विशेष सत्र सांसदों के शपथ के साथ सोमवार को शुरू हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कैबिनेट के मंत्रियों ने सांसद पद की शपथ ली. वहीं, पीएम मोदी के लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेते समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संविधान की प्रतियां दिखाईं. अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संविधान को लेकर फिर से भाजपा सरकार पर हमला बोला.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में पीएम मोदी के सांसद पद की शपथ लेते और राहुल गांधी द्वारा संविधान की प्रति लहराते हुए तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि संविधान जनता के अधिकारों का बड़ा सुरक्षा कवच है. पिछले 10 वर्षों में बीजेपी सरकार ने रक्षा कवच को कई तरीकों से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और जनता के अधिकारों पर हमले किए.
सड़क से संसद तक जनता की आवाज बुलंद करेंगे: प्रियंका
संविधान हमारे देश में जनता के अधिकारों का सुरक्षा कवच है। पिछले 10 सालों में भाजपा सरकार ने इस रक्षा कवच को कई तरीकों से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और जनता के अधिकारों पर हमले किए।
उन्होंने कहा कि आज भी हमारे युवा साथी परीक्षाओं में पारदर्शिता को लेकर कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को नहीं सुन रही है. इस दौर में संविधान की किताब ही हमारी ताकत है, संविधान ही जनता के अधिकारों की आवाज है. संविधान द्वारा दिये गए मूल्यों पर चलकर सड़क से संसद तक जनता की आवाज बुलंद करेंगे.
संविधान बदलने का विपक्ष का आरोप
कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन की पार्टियों के नेताओं ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी पर संविधान की अवहेलना करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि यदि बीजेपी फिर से सरकार बनाई तो संविधान बदल देगी. उसने दावा किया था कि अगर भाजपा दो-तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में वापस आती है तो वह संविधान को खत्म कर देगी.
हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद फिर से एनडीए की सरकार बनी, लेकिन बीजेपी के सांसदों की संख्या घटी है और कांग्रेस के सांसदों की संख्या में इजाफा हुआ है. उसके बाद संसद सत्र के पहले दिन कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने फिर से संविधान को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह उन्हें स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि वे संविधान पर हमला नहीं होने देंगे, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर रहे हैं. उनका संदेश जनता तक पहुंच रहा है और कोई भी ताकत भारत के संविधान को नहीं छू सकती और हम इसकी रक्षा करेंगे.