दिल्ली नोएडा में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को बॉर्डर पर राहत दी जाएगी। हालांकि इनके पास यूपी दिल्ली या भारत सरकार द्वारा जारी किया गया पास होना चाहिए। वहीं अन्य स्वास्थ्यकर्मी जो कोरोना पीड़ितों की ड्यूटी में नहीं लगे हैं उन्हें सोमवार से पास जारी नहीं किया जाएगा। इसका अर्थ ये है कि यह स्वास्थ्यकर्मी अब नोएडा से दिल्ली नहीं आ-जा सकेंगे।
यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि दिल्ली जाने वालों की संख्या को रोका जा सके जिससे कोरोना संक्रमण फैलने से रोका जा सके। हालांकि इसके बाद डॉक्टरों का मिश्रित रिएक्शन सामने आया है। कुछ का मानना है कि प्रशासन ने यह सही कदम उठाया है जबकि कुछ का मानना है कि इससे दोनों शहरों के निजी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं में परेशानी आएगी।
शुक्रवार को जारी हुआ था डॉक्टरों को बिना पास यात्रा वाला आदेश
डीएम सुहास एलवाई ने शुक्रवार देर रात ट्वीट करके स्पष्ट किया कि नोएडा या दिल्ली में कोविड-19 के लिए सीधे तौर पर काम कर रहे या तैनात चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को दिल्ली बॉर्डर पर आने जाने की छूट रहेगी।
इस संबंध में दिल्ली सरकार से भी बात हो गई है वह नोएडा में तैनात चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को नहीं रोकेंगे। वहीं नोएडा पुलिस भी दिल्ली में एम्स, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, सैनिक अस्पताल आदि अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को आने जाने की छूट देगी। लेकिन उनके पास भारत सरकार दिल्ली सरकार या यूपी द्वारा जारी किए गए पास होने चाहिए इसी पास से वह अपने वाहन से भी जा सकेंगे।