दिल्ली: पिछले साल जम्मू कश्मीर के पुलवामा सीआरपीएफ जवानों पर हुए आत्मघाती हमले के मामले एनआईए ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए इन आरोपियों में से एक आरोपी ने विस्फोटक बनाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी एमेजॉन से केमीकल और अन्य सामान मंगाए थे. आरोपी जैश के आतंकवादियों को खुद ये सामान देने गया था.
पुलवामा अटैक मामले में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने श्रीनगर के वजीर उल इस्लाम और पुलवामा के रहने वाले मोहम्मद अब्बास राठेर को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में इस्लाम ने बताया कि उसने आईइडी विस्फोटक बनाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन से केमीकल, बैटरी और अन्य सामान मंगाए थे. उसने ये भी बताया कि ये सामान देने वो खुद जैश के आतंकियों को देने गया था.
इस मामले में दूसरे आरोपी मोहम्मद अब्बास पर आरोप है कि वह जैश-ए-मोहम्मद का पुराना ओवरग्राउंड वर्कर है. जब जैश आतंकवादी और आईईडी एक्सपर्ट उमर अप्रैल-मई, 2018 में कश्मीर पहुंचा तब उसने ही उसे अपने घर में ठहराया था. इसके अलावा उसने इस मामले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों आदिल अहमद डार, समीर अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी कामरान को भी कई बार अपने घर में शरण दी थी.थी
बता दें कि पुलवामा हमले के पहले ही आतंकवादी अलग-अलग ठिकानों पर छुप कर रह रहे थे और इन्हें पुलवामा के रहने वाले तारिक और उसकी बेटी इंशा जान ने भी अपने घर में शरण दी थी. एनआईए पिता-बेटी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.