प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल पर हमास के हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. हम इस कठिन समय में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं. प्रधानमंत्री का कमेंट इजराइल पर हमास के हमले के बाद आया है.
बता दें कि हमास समूह द्वारा दागे गए रॉकेटों के इजराइल में युद्ध शुरू होने के कुछ घंटों बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया है. दूसरी ओर, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने टेलीविजनन संबोधन में बड़े पैमाने पर सेना की लामबंदी और युद्ध की शुरुआत की घोषणा की है.
फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह हमास के सिलसिलेवार हमलों के जवाब में इसराइल ने इस बार गाजा में ‘युद्ध की स्थिति’ की घोषणा की है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार को कहा कि वह जल्द ही गाजा में स्थिति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे.
कठिन समय में इजराइल के साथ-पीएम मोदी
इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने इजराइल पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं. पीएम मोदी ने पीड़ितों और निर्दोषों के प्रति संवेदनाएं जताई.
नेतन्याहू सरकार ने कहा कि गाजा में सक्रिय हमास बलों ने शुक्रवार रात गाजा से इजरायली सैनिकों और बस्तियों को निशाना बनाकर 5,000 से अधिक रॉकेट दागे. उनका दावा है कि हमास के विशेष बलों ने गाजा में “ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड” शुरू कर दिया है. हमले को अंजाम देने के लिए उन्होंने विस्फोटकों से भरे पैराग्लाइडर का भी इस्तेमाल किय.
हमले का देंगे जवाब- नेतन्याहू
इजराइल ने दावे के समर्थन में वीडियो फुटेज भी जारी किया है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, ”हमलावर आतंकवादियों को करारा जवाब दिया जाएगा.”
इस साल की शुरुआत से, इजरायली सेना हमास और एक अन्य फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह, फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) के साथ सिलसिलेवार झड़पों हो रही हैं. तब से, गाजा को कथित तौर पर प्रभावी ढंग से अवरुद्ध कर दिया गया है, प्रवेश द्वार बंद कर दिए गए हैं.
इसके अलावा आरोप है कि घनी आबादी वाले इलाकों में इजरायली सेना के मिसाइल और ड्रोन हमलों में कई नागरिकों की मौत हो गई है. ऐसे में आशंका है कि हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा से गाजा में मौत का सिलसिला बढ़ सकता है.