दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी ने आज संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी से लेकर जन कल्याणकारी योजनाओं के बंद किए जाने को पर एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैंने बिजली फ्री की, इसलिए मुझे जेल भेजा गया, मनीष सिसोदिया ने शिक्षा फ्री की, इसलिए उनको जेल भेजा गया और सत्येंद्र जैन ने फ्री इलाज के लिए मोहल्ला क्लिनिक बनवाए इसलिए उनको जेल भेजा गया. अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अच्छी शिक्षा की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली में अब फिर से मुख्यमंत्री जय भीम योजना को शुरू किया जा रहा है.
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमने 2017 में मुख्यमंत्री जय भीम योजना शुरू की थी. जिसके तहत सरकार SC, ST, OBC, EWS के छात्रों को कोचिंग में मदद दी जाती थी. लेकिन बाद में इस योजना को बंद कर दिया गया, लेकिन प्रसन्नता की बात है कि अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है.
साजिश के तहत बंद की गई योजनाएं
अरविंद केजरीवाल ने इसी के साथ फरिश्ते योजना के शुरू होने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि दिल्ली में फरिश्ते योजना भी दोबारा शुरू हो गई है. इसमें किसी के भी सड़क पर घायल होने पर बड़े-बड़े अस्पताल में मुफ़्त इलाज होता है. सारा खर्चा सरकार उठाती है. इस योजना के तहत अभी तक 26,000 लोगों की जान बचाई गई. लेकिन इसे भी बंद कर दिया गया था.
वैरिफिकेशन के बाद होगी सबकी पेमेंट
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोचिंग बहुत महंगी होती है. इन वर्गों के बच्चों के पास काबिलियत तो होती है लेकिन अवसर नहीं होता. आर्थिक क्षमता भी नहीं होती. हमने ऐसे बच्चों की तैयारियां करने वालों के लिए कोचिंग दिलाने की शुरुआत की थी. हम उन्हें 2500 महीना भी देते थे. लेकिन कोरोना में कुछ रुकावट आई और मेरे जेल जाने के बाद बंद कर दिया गया था. अब इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है. वैरिफिकेशन के बाद सबकी पेमेंट कर दी जाएगी.
पहले की सरकारों ने काम नहीं किए
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि हम लड़कर हाथ जोड़कर इन स्कीमों को पूरा करवाएंगे. उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि पहले की सरकारों की लड़ाई नहीं होती थी तो उन्होंने कुछ काम भी तो नहीं किया था. केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया इसलिए जेल गए क्योंकि उन्होंने अच्छे स्कूल बनवाए. पूर्व मुख्यमंत्री नेकहा कि हमारी एक स्कीम थी कि अगर सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं हो पाता था, वो प्राइवेट में करवा सकता था, दिल्ली सरकार पैसा रिबर्स करती थी. इन्होंने वो स्कीम भी बंद कर दी. उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि अब धीरे धीरे सभी योजनाओं को शुरू किया जा रहा है.