पंजाब में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने इसके खिलाफ संघर्ष के लिए ‘युद्ध जैसी तैयारी’ का आह्वान कर दिया है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को वीकेंड लॉकडाउन को सख्त करने का फैसला सुनाया और कहा कि शुक्रवार से राज्य में नाइट कर्फ्यू शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा.
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद शुक्रवार से राज्य के सभी 167 शहरों और कस्बों में शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगेगा.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शादियों और अंतिम संस्कारों को छोड़कर अन्य सभी समारोहों पर 31 अगस्त तक के लिए राज्य में प्रतिबंध लगा दिया है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, सरकारी और निजी कार्यालयों में इस महीने के अंत तक 50 फीसदी की क्षमता पर काम करेंगे.
मुख्यमंत्री ने आज राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की. बैठक के बाद सार्वजनिक वाहनों के प्रतिबंध का भी ऐलान किया गया. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि बसों और ट्रांसपोर्ट वाहनों में उसकी क्षमता से 50 फीसदी लोग ही बैठ सकेंगे. हालांकि निजी कार में 3 लोगों को यात्रा करने की अनुमति दी गई है.
5 जिलों में 80 फीसदी केस
पंजाब में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 5 जिलों (अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और एसएएस नगर (मोहाली)) में वाहनों की क्षमता पर प्रतिबंध फिर से लगा दिया गया है, बसों और अन्य सार्वजनिक परिवहन के साथ 50% क्षमता और निजी चार पहिया वाहनों में तीन से अधिक यात्रियों के जाने पर रोक लगा दी गई है.
मुख्यमंत्री ने इन पांच जिलों में जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे स्थानीय स्तर पर दैनिक आधार पर केवल 50 फीसदी गैर-आवश्यक दुकानों को खोलने की अनुमति दें. ये 5 जिले वर्तमान में राज्य के कुल एक्टिव केस में 80 फीसदी के लिए जिम्मेदार हैं.