मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में लगभग 6 महीनों का समय ही बचा है. ये समय आपको ज्यादा लग रहा होगा, लेकिन इसने राजनेताओं की धड़कनें बढ़ा रखी हैं. आंख खुलने से लेकर बिस्तर पर गिरने और फिर शायद सपनों में भी नेताओं को चुनावी तारीख करीब, और करीब आते दिखाई दे रही होगी. राजनीतिक दल और उनके दिग्गज भी रणनीतियों को धरातल पर उतारने और तुरुपों को फेंकने में लगे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी की बड़ी नेता प्रियंका गांधी का जबलपुर दौरा बनाया गया है.
12जून को प्रियंका गांधी जबलपुर में होंगी. इस दौरान वो एक सभा को संबोधित भी करेंगी. पहले जब ये कार्यक्रम बनाया जा रहा था, तब सभा का कोई प्लान नहीं था, लेकिन अब जब समय की मांग है तो सभा भी होनी है. प्रियंका की सभा कराने के पीछे राजनीतिक जानकारों का तर्क है कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी के नेता और सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘मामा’ वाली छवि पर प्रहार करने की योजना में है. इसके लिए हथियार बनेगी कांग्रेस की नारी सम्मान योजना. आने वाले दिनों में ये हथियार मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के हर नेता की जुबान पर दिखाई देगा.
महिला केंद्रित योजनाओं का जमकर प्रचार प्रसार कर रही बीजेपी
दरअसल इस बार जो चुनावी बयार मध्य प्रदेश से बह रही है, उसको महसूस किया जाए तो पता लगता है कि इस बार का चुनाव महिलाओं और आदिवासी समाज को केंद्र में रखकर होगा. जिस पाले में इनके वोट गए या जिन्होंने इनको लुभा लिया, समझो सरकार उसकी. इसी लिए बीजेपी भी लगातार महिलाओं को लेकर चलाई गई योजनाओं का जमकर प्रचार प्रसार कर रही है. खुद मुख्यमंत्री शिवराज भी अपनी मामा वाली इमेज को पॉलिश करने में जुटे हैं. अब पार्टी का पूरा ध्यान है इसी साल ऐलान की गई लाड़ली बहना योजना पर.
बीजेपी सरकार की इस योजना के तहत प्रदेश की महिलाओं के खातों में हर महीने एक हजार रुपए डाले जाएंगे. शिवराज सरकार का कहना है कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में ये योजना अहम रोल अदा करेगी. वहीं कांग्रेस पार्टी की ओर से इस योजना के जवाब में नारी सम्मान योजना का ऐलान किया गया है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि अगर वो सत्ता में आते हैं तो हर महीने महिलाओं के खातों में 1500 रुपए डालेंगे. कांग्रेस पार्टी की इस योजना में महिलाओं को बीजेपी की योजना की तुलाना में सालाना 6 हजार रुपए ज्यादा मिलेंगे.
प्रियंका गांधी का क्या है प्लान
कांग्रेस पार्टी इस लाभ को दिखाकर सूबे में प्रचार का मुख्य हथियार बनाने के मूड में है. जानकारों का कहना है इसके ग्रांड ऐलान के लिए ही पार्टी ने प्रियंका गांधी को जबलपुर बुलाया है. प्रियंका सभा में इस योजना का ऐलान करेंगी और इसे महिलाओं के सशक्तिकरण से जोड़ेंगी. राजनीतिक दल भले ही इन योजनाओं को महिलाओं को स्वावलंबी बनाने से जोड़ रहे हैं, लेकिन इसके नेपथ्य में महिलाओं को वोट ही है, जिनसे सूबे की सत्ता की चाबी हासिल होगी.
10 जून को शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं के खातों में पहली बार एक हजार रुपए डालेंगे. तो वहीं ठीक दो दिन बाद प्रियंका गांधी भी महिलाओं को कांग्रेस का ऑफर समझाएंगी. मध्य प्रदेश में कुल वोटर्स की संख्या पांच करोड़ 40 लाख से ज्यादा है. इनमें 2 लाख 60 हजार से ज्यादा तो महिलाएं हैं. कई सीटों पर महिला वोटर्स की संख्या पुरुष वोटर्स की तुलना में ज्यादा है. जिन सीटों पर महिला वोटर्स ज्यादा हैं, उनमें से कई सीटें आदिवासी बाहुल्य इलाकों में हैं.
बीजेपी पिछले चुनाव में इन सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हुई थी. ऐसे में पार्टी इस बड़े वोटर समूह को खुद से जोड़ने की कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं है. ऐसी ही योजना कांग्रेस पार्टी की भी है. जो भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमलावर है और नारी सम्मान योजना के जरिए महिलाओं को लुभाने की कोशिश में है. ताकि 2018 के चुनाव में चंद सीटों की कमी रह गई थी, उसे भी पूरा कर लिया जाए.