दिल्ली: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 8 लाख क्यूसेक से भी ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद राजधानी में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इस सीजन में सबसे पहले 828072 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसकी वजह से यमुना का जलस्तर तेज़ी से बढ़ने लगा. उसके बाद मंगलवार सुबह 6 बजे 53767 क्यूसेक पानी हथिनीकुंड बैराज से दोबारा छोड़ा गया है, जिसने यमुना के बढ़ते जलस्तर में और इजाफा किया.
यमुना के जलस्तर में ताजा अपडेट
मंगलवार सुबह 7 बजे के करीब यमुना का जलस्तर 205.90 मीटर पहुंच गया था, जबकि यमुना का खतरे का निशान 205.33 होता है. यानि कि मंगलवार सुबह ही यमुना खतरे के निशान को पार कर चुकी थी. फ्लड डिपार्टमेंट से मिली ताजा अपडेट के मुताबिक अबतक यमुना का जलस्तर 206.45 मीटर पहुंच गया है.
कैसी चल रही हैं केजरीवाल सरकार की तैयारियां
केजरीवाल सरकार ने सोमवार को ही आपातकालीन बैठक बुलाकर सभी इंताजामात करने को कहा था. यमुना किनारे रहने वाले करीब 10 हजार लोगों को ऊंचे इलाकों में कैंप लगाकर विस्थापित किया गया है. ये कैंप पुस्ता रोड, सोनिया विहार और यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के आस पास वाले इलाकों समेत दिल्ली में कई जरूरी जगहों पर लगाए गए हैं. साथ ही इन कैंपों में खाना और पानी के साथ साथ मोबाइल टॉयलेट का भी इंतजाम किया गया है. वहीं लगभग 150 एनडीआरएफ के जवान और तकरीबन 50 से 60 बोट के जरिए सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता कर दिए गए हैं.
दिल्ली वालों के लिए कैसा रहेगा बुधवार का दिन
अपर यमुना डिवीजन सेंट्रल वॉटर कमीशन के मुताबिक जिस तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है उस हिसाब से बुधवार दोपहर 1 बजे से 5 बजे के बीच यमुना का जलस्तर 207.08 तक पहुंच सकता है. ऐसे में दिल्ली के कुछ और इलाकों की सड़कें डूब सकती हैं.