रांची: झारखंड में डायन बिसाही जैसी अंधविश्वास के रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने कठोर नियम बनाए हैं. इसके बावजूद अंधविश्वास की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले में अंधविश्वास और डायन बिसाही के आरोप में महिला की तेजधार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई. यह मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के रालीबेड़ा गांव का है.
जहां शनिवार की शाम इंसान से हैवान बने रालीबेड़ा गांव के रहने वाले दशरथ पूर्ति ने अपनी भाभी सोमवारी पूर्ति को देखते ही आग बबूला हो गया. उसे डायन कह कर तेजधार हथियार (कतार) से गर्दन पर जोरदार प्रहार कर दिया. इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
भाई पर भी किया जानलेवा हमला
भाभी की तेजधार हथियार कटार से गला काट कर हत्या करने के बाद बीच-बचाव करने आए अपने बड़े भाई काजी पूर्ति पर भी दशरथ पूर्ति ने जानलेवा हमला कर दिया. हालांकि, काजी पूर्ति किसी प्रकार अपनी जान बचा कर मौके से भागने में सफल रहा. जान बचाकर गांव में भागे काजी पूर्ति ने ग्रामीणों अपनी जान बचाने की गुहार लगाते हुए अपने छोटे भाई दशरथ पूर्ति द्वारा अपनी पत्नी सोमवारी पूर्ति की गला काटकर हत्या किए जाने मामले की जानकारी दी.
हत्या करने के बाद फरार हुआ आरोपी
भाभी की गला काटकर हत्या कर आरोपी देवर दशरथ पूर्ति घर छोड़कर फरार हो गया. ग्रामीणों द्वारा महिला की गला काटकर की गई नृशंस हत्या मामले की जानकारी मिलते ही कुमारडूंगी थाना की पुलिस दलबल के साथ रालीबेडा गांव पहुंचकर मृतक महिला सोमवारी पूर्ति के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा स्थित सदर अस्पताल भेजा. इसके साथ ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भाभी की हत्या कर फरार चल रहे दशरथ पूर्ति को गांव के ही एक घर से गिरफ्तार कर लिया है.
अंधविश्वास को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल
बता दें कि राज्य के विभिन्न जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में फैले अंधविश्वास के कारण ग्रामीण डायन बिसाही जैसे कुप्रथा को सच मानकर हत्या जैसी जघन्य अपराध को अंजाम दे रहे हैं. झारखंड के कई नक्सल प्रभावित जिलों में डायन बिसाही जैसी अंधविश्वास में महिलाओं की हो रही हत्याओं के कारण ग्रामीणों के अंदर भय और दहशत का माहौल है.