जम्मू कश्मीर में संभावित आतंकी हमले को देखते हुए वहां पर इंडियन आर्मी, वायुसेना और सुरक्षाबलों की छावनियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि, कश्मीर घाटी को अस्थिर करने के पाकिस्तान के प्रयासों के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की तरफ से संभावित हमले को लेकर हाई अलर्ट पर रखा गया है।
उधर, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस बात का ऐलान किया है कि घाटी में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगी है और अगले कुछ दिनों में इंटरनेट और टेलीफोन सेवा बहाल कर दी जाएगी। जबकि, चरणबद्ध तरीके से सोमवार से स्कूल भी खोले जाएंगे।
कश्मीर में शुक्रवार को लगातार 12वें दिन बंद रहा। हालांकि अधिकारियों ने श्रीनगर में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों में ढील दे दी।
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां कहा, ”घाटी के ज्यादातर हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों में ढील दी गई। अभी तक स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों की तैनाती पहले की तरह ही है। लोगों को शहर के आसपास और अन्य शहरों में आवाजाही की अनुमति दी गई है।
पांच अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने की घोषणा करने से पांच घंटे पहले, कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
राज्य प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों को रेडियो पर उद्घोषणा के जरिए शुक्रवार को काम पर आने के निर्देश दिए। हालांकि, संचार सेवाओं पर लगी पाबंदियां जारी हैं। सभी टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
पिछले दो सप्ताहों से स्कूल बंद हैं । दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी पांच अगस्त से बंद हैं। अधिकारी ने बताया कि घाटी में स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और सुरक्षाबलों को हटाना जमीनी हालात पर निर्भर करेगा।