मुंबई : दिल्ली की सत्ता पर राज कर रही आम आदमी पार्टी अब महाराष्ट्र के सियासी रण में उतरने का फैसला किया है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि वह महाराष्ट्र में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगी। पार्टी इन चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारेगी, जिनके चयन के लिए नेतृत्व द्वारा प्रदेश में एक चुनाव समिति का भी गठन कर दिया गया है।
इस चुनाव में पार्टी तमाम सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक अरविन्द केजरीवाल समेत तमाम नेता महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में प्रचार भी करेंगे। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि चूंकि महाराष्ट्र की राज्य सरकार तमाम मोर्चों पर विफल हुई है, ऐसे में राज्य के संकटग्रस्त लोगों के हित में चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया गया है।
पार्टी के निर्णय की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र में पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बीजेपी और शिवसेना की गठबंधन सरकार पर जमकर हमला किया। पाठक ने कहा,’पांच साल पहले लोगों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार से तंग आकर परिवर्तन के लिए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को जनादेश दिया था लेकिन यह सरकार सभी पक्षों पर विफल रही।’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र जिसे कभी भारत के सबसे विकसित राज्यों में से एक माना जाता था वह आज बाढ़, किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था की समस्याओं से जूझ रहा है। प्रदेश में बढ़ता अपराध, भ्रष्टाचार और आर्थिक मंदी के कारण विकास प्रभावित हो रहा है, जिसके समाधान की जरूरत है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी राज्य के लोगों को एक मजबूत विकल्प देने की दिशा में काम करेगी और इसी उद्देश्य से प्रदेश में पार्टी पूरे दमखम के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगी। उन्होंने बताया कि चुनावी तैयारियों के लिए आम आदमी पार्टी ने एक चुनावी समिति का भी गठन किया गया है।
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसमें शिवसेना और बीजेपी एक साथ उतरने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य में एनसीपी, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दल भी चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं जिनसे आम आदमी पार्टी का मुकाबला होने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी इससे पहले हरियाणा, पंजाब और गोवा में विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है, हालांकि तीनों ही राज्यों में पार्टी को कोई विशेष सफलता नहीं मिल सकी थी।