अयोध्या: भारत की सभ्यता और अस्तित्व के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर की नींव कल यानि पांच अगस्त को भूमि पूजन कर रखी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। वह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार को अयोध्या पहुंचेंगे। अयोध्या पहुंचकर वह क्या-क्या करेंगे, यह पहले से ही तय है। वह यहां राम मंदिर का शिलान्यास करने से पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे और फिर राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होंगे।
- 5 अगस्त को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
- सुबह 11.15 बजे अयोध्या आगमन
- हेलीपैड से सरयू तट जाएंगे
- रामलला से पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन
- पीएम का 7 मिनट का दर्शन कार्यक्रम
- 3 मिनट तक पुजारियों का वैदिक मंत्रोच्चारण
- पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
- पीएम को कोई छूएगा नहीं, प्रसाद नहीं देगा
- अस्थायी मंदिर में रामलला के दर्शन
- जन्मभूमि पर राम मंदिर का भूमि पूजन
- हाई अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां
आपको बता दें कि कल दोपहर 12.15 बजे का शुभ मुहूर्त है। अयोध्या में भूमिपूजन की तैयारी करीब-करीब पूरी हो चुकी है। इस बीच वहां इस खास कार्यक्रम से पहले अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर है। शिलान्यास का प्रोग्राम को देखते हुए ड्रोन से भी नजरें रखी जा रही हैं। अलग-अलग सुरक्षा बलों की 50 से ज्यादा कंपनियां लगाई गई हैं। इसके साथ ही 8 पुलिस अधिक्षकों की भी तैनाती की गई है।
मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 लोग
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कई ट्वीट और संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 लोगों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं का हिस्सा हैं। ट्रस्ट ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण धार्मिक नेताओं सहित कुछ अतिथियों को भूमि-पूजन समारोह में शामिल होने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं।