नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल से कथित तौर पर लापता कोविड-19 के 23 रोगियों का पता चल गया है और वे अन्य चिकित्सकीय इकाइयों में या घर पर पृथकवास में मिले हैं. यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई. उत्तरी दिल्ली के महापौर जयप्रकाश के हवाले से बयान में कहा गया कि इन 23 रोगियों में से उन्नीस तब अस्पताल छोड़कर चले गए जब उन्हें आपातकालीन क्षेत्र से अस्पताल के अंदर वार्डों में स्थानांतरित किया जाना था
उन्होंने कहा कि शेष चार रोगियों को वास्तव में उचित उपचार के बाद छुट्टी दी गई, लेकिन ‘‘कुछ त्रुटि के कारण उन्हें गलत तरीके से लापता बता दिया गया.” उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि इन सभी 23 मरीजों का पता चल गया है. ये मरीज हिंदू राव अस्पताल (एचआरएच) से दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल या किसी केंद्रीय सरकारी अस्पताल या किसी निजी अस्पताल या घर पर पृथकवास में पाये गए.
किसी भी बच्चे में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया
फाइजर ने मार्च महीने में आंकड़ों की जारी कर बताया था कि 12 से 15 साल के 2,260 वॉलंटिअर्स को ये वैक्सीन दी गई जिसके बाद किसी भी बच्चे में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया. उन्होंने इस बात का दावा किया कि उनका वैक्सीन बच्चों पर पूरे 100 प्रतिशत असरदार है.