उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ग्रेटर नोएडा में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। बीते साल पीएम मोदी ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था। सरकार की कोशिश इस परियोजना के पहले फेज को 2024 तक पूरा करने की है। इस बीच टाटा समूह की बुनियादी ढांचा और निर्माण शाखा- टाटा प्रोजेक्ट्स को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का ठेका मिला है।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की है। इस अनुबंध के तहत टाटा प्रोजेक्ट्स हवाई अड्डे पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, उपयोगिताओं और अन्य सहायक भवनों का निर्माण करेगी। YIAPL स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी है और इसे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए एक विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी) के रूप में शामिल किया गया है।
क्या करेगी टाटा
बयान में कहा गया, ‘‘वाईआईएपीएल ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड का चयन किया है। कंपनी को बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के डिजाइन, खरीद और निर्माण में उसके अनुभव के आधार पर अंतिम तीन में से से चुना गया।’
पहला चरण 2024 में होगा पूरा
- कुल 1,334 हेक्टेयर में फैली ग्रीनफील्ड सुविधा के पहले चरण में 5,700 करोड़ रुपये के निवेश से एकल रनवे परिचालन शुरू किया जाएगा, जिसकी क्षमता हर साल
- 2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी। नए हवाई अड्डे के 2024 तक चालू होने की उम्मीद है।
नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ी जरूरी बातें
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 3500 एकड़ में बना सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
- इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर 3 रनवे हैं जबकि नोएडा एयरपोर्ट में 8 रनवे होंगे
- एयरपोर्ट के नजदीक एयरोसिटी बनेगी जहां मल्टीप्लेक्स, मॉल, पब भी होंगे
- जेवर में बनने वाला एयरपोर्ट वास्तव में एविएशन हब की तरह काम करेगा
- 2040-50 के बीच जेवर हवाईअड्डा सालाना 7 करोड़ यात्रियों को संभालेगा