दिल्ली : नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald case) में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से ईडी (ED) की पूछताछ के खिलाफ देशभर में धरना प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता लगातार 4 दिनों से विरोध जता रहे हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Committee) की ओर से भी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. पहले दिन प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं और नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया. आरोप है कि कांग्रेस मुख्यालय पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन में दिल्ली पुलिस ने बर्बरता की. पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मारपीट कर जबरन जेल में डाल दिया.
राजभवन के बाहर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन की बौछार
दिल्ली पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के विरोध में आज दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उपराज्यपाल निवास के बाहर विरोध जताया. आगे बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोका, लेकिन लगातार आगे बढ़ने पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन से बौछारें भी छोड़ी. सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि राजभवन के बाहर प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन से पीछे हटाने की कोशिश की गई.
डीपीसीसी अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के सिर में आई हल्की चोट
प्रदर्शनकारी बैरी गेट पर चढ़ते हुए नजर आए. पुलिस ने रोकने की कोशिश की. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का आरोप है कि इस दौरान डीपीसीसी अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार (Chaudhary Anil Kumar) वाटर कैनन की तेज बौछार से जमीन पर गिर गए. जमीन पर गिरने के कारण अनिल चौधरी को सिर में हल्की चोट आई और बेहोश हो गए. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कहना है कि चोट लगने के बाद अनिल चौधरी को पटपड़गंज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अस्पताल में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जांच की जा रही है. इतना ही नहीं प्रदर्शन के दौरान कई अन्य कार्यकर्ता और नेता भी घायल हुए हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का आरोप है कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मारपीट कर जबरन जेल में बंद किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं कहना है कि राहुल गांधी के समर्थन में पुलिस या सरकार की प्रताड़ना का डटकर मुकाबला होगा और पीछे नहीं हटा जाएगा.