दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को यहां विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान किया. आम आदमी पार्टी (आप) ने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करने का फैसला किया है. दिल्ली विधानसभा परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को सुबह राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक शिव चरण गोयल, भावना गौड़ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक मोहन सिंह बिष्ट शुरुआती मतदाताओं में से हैं.
एक विधायक के मत का मूल्य 58
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि राष्ट्रपति का पद शीर्ष संवैधानिक पद है, जिसके लिए नियत प्रक्रिया तथा नियमों के अनुसार मतदान होता है. गोयल ने कहा कि दिल्ली के एक विधायक के मत का मूल्य 58 है, जो 51 वर्ष पहले 1971 में हुई जनगणना पर आधारित है और यह चिंता का विषय है. गोयल ने मतदान करने के बाद कहा, “इसे कम से कम 2011 की जनगणना के तहत अद्यतन किया जाना चाहिए.”
21 जुलाई को मतगणना
सदन में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी सहित बीजेपी के कई विधायकों ने भी मतदान किया. बिधूड़ी ने कहा कि लोगों में इस बात को लेकर बहुत उत्साह है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनने जा रही हैं. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है. दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में ‘आप’ के 62 और बाकी बीजेपी के विधायक हैं. मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला. मतगणना राष्ट्रीय राजधानी में 21 जुलाई को की जाएगी. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.