मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के करीब 40 दिन बाद एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) आज अपनी सरकार का कैबिनेट का विस्तार (Cabinet Expansion) करेंगे. राजभवन में सुबह 11 बजे राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) शिंदे गुट-बीजेपी गठबंधन के विधायकों (MLAs) को मंत्रीपद की शपथ दिलाएंगे. चर्चा है कि करीब 18 लोग मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं. अगले दौर का विस्तार कुछ समय बाद होगा.
बता दें शिवसेना (Shiv Sena) विधायक एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ 30 जून को ली थी. शिंदे-फडणवीस सरकार ने 4 जुलाई को महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित किया था. दो सदस्यीय मंत्रिमंडल की कई बैठकें हो चुकी हैं और कई अहम फैसले भी लिए गए हैं. इससे पहले शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी.
शिंदे गुट से मंत्रिमंडल के लिए संभावित नाम
उदय सामंत, संदीपान भुमरे, दादा भुसे, शंभुराजे देसाई, भरत गोगावले, राजेंद्र यदरावकर, गुलाबराव पाटिल, बच्चु कडू, संजय शिरसाठ, तानाजी सावंत, सदा सरवणकर, प्रकाश अभिटकर और आशीष जैसवाल.
बीजेपी की ओर से मंत्रिमंडल के लिए संभावित नाम
चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, सुधीर मुनगंटीवार, सुभाष देशमुख, सुरेश खाडे, राधाकृष्ण विखे पाटिल, मंगल प्रभात लोढा, रविंद्र चव्हाण, विजयकुमार गावित, अतुल सावे, जयकुमार रावल, संदीप धुर्वे, गणेश नाईक, नितेश राणे, राजेंद्र पाटनी, रणधीर सावरकर, समीर कुनावर और देवयानी फरांदे मंत्रिमंडल विस्तार का ये पहला चरण होगा. कुछ दिनों बाद फिर मंत्रिमंडल का विस्तार होगा.
‘शिवसेना के सभी 40 बागियों को नहीं मिलेगा मंत्री पद’
मंत्रिमंडल विस्तार में देरी को लेकर विपक्ष शिंदे-फडणवीस सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है. महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि शिंदे ने अपने साथ आने वाले हर विधायक को मंत्री बनाने का वादा किया था. पवार ने कहा, “अब शिंदे अपना वादा पूरा करने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है.” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मंत्रिमंड विस्तार में देरी का कारण बताना चाहिए.
अजित पवार ने यह भी कहा कि अब तक उनके पास मंगलवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के लिये कोई निमंत्रण नहीं आया है. यह साफ है कि शिंदे समूह में गए शिवसेना के सभी 40 बागी विधायकों को मंत्री पद (Ministerial Posts) नहीं मिलेगा.