हिमाचल प्रदेश में मानसून सत्र (Monsoon Sesion) के अंतिम दिन पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme)को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस हुई. विपक्षी सदस्यों ने पेंशन स्कीम (Pension Scheme) पर चर्चा नहीं होने के कारण सदन से वाकआउट कर दिया. विपक्ष ने जहां पुरानी पेंशन स्कीम को बंद करने के लिए बीजेपी (BJP) क़ी केंद्र सरकार (NDA Government) को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur)ने इसके लिए तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया ओर इस पर चुनावी वर्ष में राजनीति करने का आरोप लगाया.
सीएम जयराम ठाकुर बोले-कर्मचारी सब जानते हैं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि साल 2003 में कांग्रेस जब यहां सत्ता में थी तो उसी दौरान NPS लागू किया गया था. उसके बाद साल 2012 में जब फिर इनकी सरकार बनी तब ओपीएस को क्यों लागू नहीं किया गया? अब 20 वर्ष बाद कांग्रेस इसमें चुनावी फायदा देखकर मुद्दा बना रही है. ओपीएस के लिए बीजेपी सरकार का कोई दोष नहीं है. वहीं, सीएम ने कहा कि कर्मचारी सब जानते हैं, वह जानते हैं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है. कांग्रेस की सरकारें इसे लागू करने की बात कर रही हैं लेकिन वह कागजी कार्यवाही से आगे नहीं बढ़ पाए हैं.
कर्मचारी इसे राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने देंगे
एनपीएस को लेकर कर्मचारियों के प्रदर्शन पर सीएम ने कहा कि उन्हें अपनी मांग रखने का अधिकार है. हम कर्मचारियों के प्रतिनिधियों से मिलने को तैयार हैं. वह अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से रखें और बतायें कि उनकी सरकार इसके लिए कैसे दोषी है? उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि कर्मचारी इसे राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने देंगें.