दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज किसानों ने महापंचायत होनी है लेकिन पुलिस ने राजधानी के बाहर से किसानों को आने के लिए इजाजत नहीं दी है. किसानों के प्रदर्शन के देखते हुए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर गाजीपुर सीमा के पास पुलिस की तरफ से सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां पर हर आने वाली गाड़ियों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है. पुलिस का कहना है कि जो लोग किसान दिल्ली आ चुके हैं, वो जंतर मंतर पर जा सकते हैं. साथ ही यह भी कहा है कि तादाद से ज्यादा लोग वहां नहीं जुटेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले कई किसान संगठन सरकार की वादाखिलाफी को लेकर आज 11 बजे से चार बजे तक जंतर मंतर धरना देने के लिए जुट रहे हैं. वहीं, आज सुबह साढ़े दस बजे केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ से गठित एमएसपी समिति की पहली बैठक भी होनी है.
दिल्ली पुलिस ने टिकरी सीमा से किसानों को राजधानी में नहीं आने देने के लिए व्यापक इंतजाम किए है. सीमा पर बैरिकेड और कई थानों की पुलिस लगाई गई है. संयुक्त किसान मोर्चे के एक पदाधिकारी अभिमन्यू कोहाड़ ने मीडिया को जानकारी दी कि किसान कई मुद्दों को लेकर जंतर मंतर पर महापंचायत कर रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जंतर-मंतर पर महापंचायत को देखते हुए सड़क पर यात्रा करने वाले लोगों से यह अपील की जाती है कि वे पहले से प्लान बना लें ताकि इन मार्गों पर जाने से बचें. जिन मार्गों पर लोगों को दिक्कत हो सकती है, वो हैं-
टॉल्सटॉय मार्ग, संसद मार्ग, जनपथ (कन्नॉट प्लेस के आउटर सर्कल से विंडसल प्लेस तक), कन्नॉट प्लेस का आउटल सर्कल, अशोका रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग और पंडित पंत मार्ग.
इन मुद्दों को लेकर किसानों ने बुलाई है महापंचायत
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड के पीड़ित किसान परिवारों को न्याय दिलाना, जेलों में बंद किसानों की रिहाई कराना, कांड को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी की मांग महापंचायत के मुद्दों में शामिल हैं. हालांकि, तिकुनिया कांड का मुख्य आरोपी टेनी का बेटा आशीष मिश्रा अभी जेल में बंद है.
इसके अलावा, किसानों की मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के आधार पर एमएसपी गारंटी कानून बनाया जाए, भारत के सभी किसानों की कर्जमाफी, 2022 बिजली बिल रद्द करना, गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बकाया राशि का तुरंत भुगतान करने, आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों की वापसी, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मुआवजा भुगतान और अग्निपथ योजना आदि मुद्दों को लेकर किसान जुट रहे हैं.