झारखंड में लव जिहाद-लैंड जिहाद की साजिश चल रही है. जमशेदपुर में पीएफआई बांग्लादेशी आतंकवादी ग्रुप ने हजारों एकड़ जमीन कब्ज़ा कर लिया और राज्य में 8 से 10 दिनों के अंदर भीतर लड़कियों की हत्या की घटनाएं हुई हैं जो इस ओर इंगित कर रही हैं. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाया है और कहा है कि ये घटनाएं होने के बाद झारखंड के सीएम कहते हैं कि घटनाएं होती रहती हैं.
दास ने कहा, “मैं झारखंड के मुख्यमंत्री को सलाह देता हूं राज्य के भोले-भाले लोगों को बख्श दो, इस राज्य की बहू-बेटी की इज्जत को बख्श दो, इस राज्य की जल-जंगल-जमीन को बख्श दो.”
झारखंड में लड़कियों की मौत, चिंता का विषय
रघुवर दास ने कहा कि अभी दुमका की बेटी अंकिता की चिता की राख ठंडी नहीं हुई थी उसी दुमका में 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची को गर्भवती कर फांसी लगाकर मार दिया गया. इसी तरह सिमडेगा में भी आदिवासी बच्ची के साथ घटना घट चुकी है. गढ़वा में. बोकारो में, लोहरदगा में ठीक इसी तरह की घटनाएं हुईं. राजधानी रांची में भी हुईं. पूरे झारखंड में ऐसी घटनाएं हो रही हैं और सीएम कह रहे इस तरह की घटनाएं तो घटती रहती हैं..
रघुवर दास ने आगे कहा, “मैं मान लेता हूं कि एक घटना हुई लेकिन आठ 10 दिनों के अंदर 7 से 8 नाबालिग बच्चियों के साथ इस तरह की घटना घटित हुई हैं. राज्य में हमारी बेटियां बहू सुरक्षित नहीं है. ऐसी निकम्मी निष्क्रिय सरकार है और ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें बच्चियों की चिंता नहीं.” रघुवर दास ने भारत के गृह मंत्री से मांग की है कि झारखंड में एक बहुत बड़ी साजिश चल रही है, जिसकी जांच होनी चाहिए. राज्य में पीएफआई बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन एक सॉफ्ट टारगेट में लेकर बड़े पैमाने पर झारखंड में भोली भाली आदिवासी बच्चियों को फंसाकर उनके साथ लव जिहाद को अंजाम दे रहे हैं. वे बच्चियों को शादी के नाम पर फंसा लेते हैं.
झारखंड की हजारों एकड़ जमीन को लव जिहादी के साथ-साथ लैंड जिहादी लोग हथिया रहे हैं. आज बांग्लादेशी मुसलमानों के हाथ में यहां की जमीन कब्जे में है और जिस तरह की घटना झारखंड में घट रही है निश्चित रूप से इसके पीछे एक बहुत बड़ा गिरोह काम कर रहा है. प्रशासन को चाहिए इसके पीछे की साजिश का खुलासा करें. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीधा झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर साधा निशाना और कहा कि राज्य सरकार को इस घटनाओं से कोई मतलब नहीं है.