दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र में चोरी का अनोखा मामला सामने आया है. थाना क्षेत्र के पॉश इलाके राजनगर एक्सटेंशन की फार्च्यून सोसाइटी में बीते माह 23 अक्टूबर को चोरों ने फ्लैट में घुसकर करीब 25 हजार नकद और 20 लाख ज्वेलरी की चोरी की घटना को अंजाम दिया था. 27 अक्टूबर को पीड़ित परिवार जब घर लौटा तो उसने थाने पहुंचकर पुलिस सेशिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इस मामले में हैरान और चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब चोरों ने चोरी की ज्वेलरी में से करीब चार लाख की ज्वेलरी पीड़ित परिवार के घर कोरियर से वापस भिजवा दी.
कोरियर आने के बाद जब पीड़ित परिवार ने उसे खोलकर देखा तो उसमें ज्वेलरी पाकर वह भी हैरान रह गए, क्योंकि जो ज्वेलरी कोरियर के माध्यम से वापस आई थी, वह चोर उठा ले गए थे. कोरियर में आई इस ज्वेलरी को देखकर पीड़ित परिवार और पुलिस दोनों परेशान और हैरान हैं. सब अब यही सोच रहे हैं कि अखिर चोरों ने ऐसा क्यों किया? पुलिस अब भेजे गए कोरियर के माध्यम से चोरों का पता लगाने में जुट गई है.
23 अक्टूबर को हुई थी फ्लैट में चोरी
बता दें, चोरी की यह घटना बीते माह 23 अक्टूबर को राजनगर के फार्च्यून सोसाइटी के बी टावर में 1208 नंबर फ्लैट में घटी थी. फ्लैट में रहने वाली प्रीति सिरोही का परिवार दिवाली मनाने के लिए गांव गया हुआ था, तभी पीछे से चोर सोसाइटी में दाखिल हुए और फ्लैट में घुसकर बड़े आराम से बिना किसी को पता चले चोरी की घटना को अंजाम देकर वहां से फरार हो गए, लेकिन चोरी की यह पूरी घटना सोसाइटी में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई और पुलिस सीसीटीवी के सहारे चोरों का पता लगाने की कोशिश कर रही थी.
तभी चोरों ने चोरी की गई ज्वेलरी में से कुछ ज्वेलरी कोरियर कर पीड़ित परिवार को वापस भेज दी. अब जिसे भी ज्वेलरी का कोरियर से वापस आने का पता चल रहा है, वह सभी काफी हैरान हैं. ज्वेलरी कोरियर के माध्यम से आने की सूचना पीड़ित परिवार ने पुलिस को दी तो पुलिस भी इस वाक्ये को सुनकर चौक गई. कोरियर के माध्यम से वापस आई ज्वेलरी को पीड़ित परिवार ने पहचान लिया है, लेकिन चोरों ने ऐसा क्यों किया? यह पीड़ित और पुलिस के लिए पहेली बन गई है.
पीड़ित परिवार ने सिक्योरिटी सिस्टम पर उठाए सवाल
पीड़िता प्रीति सिरोही ने सोसायटी के सिक्योरिटी सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि जब चोर चोरी करके जा रहे थे और सोसाइटी में संदिग्ध दिखाई दे रहे थे, तब सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें क्यों नहीं रोका? पीडिता का कहना है कि राजनगर एक्सटेंशन की फार्च्यून सोसाइटी में अभी तक प्रबंधन का काम बिल्डर ने अपने हाथों में लिया हुआ है. पीड़िता प्रीति सिरोही के अनुसार, सोसाइटी में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. इसके बावजूद भी बिल्डर ने सोसाइटी में सिक्योरिटी स्टाफ या उसके देखरेख में कोई बदलाव नहीं किया है.
जानकारी जुटाने में जुटी पुलिस
पीड़िता के बताने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कोरियर के माध्यम से आई ज्वेलरी को अपने कब्जे में ले लिया और कोरियर कंपनी से जब यह पता किया कि वह किस जगह से कोरियर किया गया था तो वह पता फर्जी निकला. पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है जब हमने हापुड़ के पते पर जाकर जांच की तो पता चला वह पता फर्जी है. अब पुलिस टीम बनाकर आरोपी चोरों को पकड़ने की कवायद में जुटी है, लेकिन पुलिस भी कोरियर के माध्यम से वापस आई लाखों की ज्वेलरी को देखकर हैरान है.