प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को बिलासपुर (छत्तीसगढ़)-नागपुर (महाराष्ट्र) रूट पर चलने वाली देश की छठी सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन करेंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी और यात्रा का एक चरण करीब साढ़े पांच घंटे में पूरा करेगी. एक अधिकारी ने बताया कि बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर में करेंगे.
दरअसल यह ट्रेन बिलासपुर से सुबह करीब 6.45 बजे रवाना होगी और दोपहर करीब 12.15 बजे नागपुर पहुंचेगी. इसी तरह ट्रेन दोपहर 2 बजे नागपुर से चलकर शाम 7.35 बजे बिलासपुर पहुंचेगी. वर्तमान में सुपरफास्ट ट्रेनों को नागपुर पहुंचने में लगभग सात घंटे लगते हैं, हालांकि यह ट्रेन लगभग साढ़े पांच घंटे में दूरी तय करेगी.
ये होंगे वंदे भारत के स्टॉपेज
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेन का संचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) द्वारा किया जाएगा और रायपुर, दुर्ग और गोंदिया में निर्धारित स्टॉप होंगे. अधिकारी ने यह भी कहा कि 2023 में सिकंदराबाद और विजयवाड़ा के बीच एक और वंदे भारत ट्रेन शुरू होने की संभावना है.
75 वंदे भारत ट्रेनों के उद्घाटन का लक्ष्य
नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेन का पहली बार इस साल अक्टूबर में मुंबई-अहमदाबाद रूट पर उद्घाटन किया गया था. रेलवे का अगले साल अगस्त तक 75 वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन करने का लक्ष्य है. सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन के सभी कोच स्वचालित दरवाजों, जीपीएस-आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन उद्देश्यों के लिए ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई और आरामदायक सीटों से लैस हैं. हालांकि, पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी रूट पर हरी झंडी दिखाई गई थी.
वंदे भारत की खासियत
15 अगस्त, 2021 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह के दौरान, 75 वंदे भारत ट्रेनें देश के हर कोने को जोड़ेंगी. गति, सुरक्षा और सेवा इस ट्रेन की पहचान है. वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चल सकती है और इसमें शताब्दी ट्रेन जैसी कोच हैं लेकिन यात्रियों के लिए बेहतर अनुभव है. गति और सुविधा के मामले में यह ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए अगली बड़ी छलांग है. इसके अलावा, सभी कोच में ऑटोमेटिक डोर लगे हैं. जीपीएस आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन प्रयोजनों के लिए ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई और बहुत ही आरामदायक बैठने की जगह के अलावा घूमने वाली कुर्सियां भी हैं.
इसके साथ ही इस ट्रेन के सभी कोचों में सभी शौचालय बायो-वैक्यूम प्रकार के हैं. साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा जो एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को दी जा रही है, अब सभी क्लास के लिए उपलब्ध कराई जाएगी. ट्रेन में टच-फ्री सुविधाओं के साथ बायो-वैक्यूम शौचालय भी बने हुए हैं. प्रत्येक कोच में खाने-पीने की सुविधाओं के साथ एक पेंट्री है. प्रत्येक वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है.
सुरक्षा के मामलों में भी बेहतर
वंदे भारत 2.0 ट्रेनों में संचालन में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) लगा हुआ है. हर कोच में चार इमरजेंसी विंडो जोड़े जाने से सुरक्षा में सुधार होगा. पहले दो के बजाय कोच के बाहर रियरव्यू कैमरों सहित चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे लगे हुए हैं. ट्रेन के बेहतर नियंत्रण के लिए नए कोचों में लेवल-II सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन है. इसमें बेहतर अग्नि सुरक्षा उपाय भी होंगे. ट्रेन में बिजली गुल होने की स्थिति में हर कोच में चार इमरजेंसी लाइटिंग भी होगी.