फेसबुक, व्हाट्सएप या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लील चैट या वीडियो कॉल की रिक्वेस्ट आए तो उसे तुरंत ब्लॉक करें तथा अपने साथियों को भी इसके बारे में जागरूक करें, फेसबुक, व्हाट्सएप पर किसी अननोन नम्बर से वीडियो कॉल आने पर नही करे अटेन्ड,फोन कॉल, एसएमएस या अन्य किसी माध्यम से ओटीपी, यूपीआई पिन, एटीएम पिन और सीवीवी किसी के साथ भी शेयर न करें ।,रिमोट एक्सेस एप जैसे क्यूक स्पोर्ट, एनीडेस्क, टीम विवर, एंड्रायड आदि को प्ले स्टोर से डाउनलोड न करें और न ही इनके आईडी व पासवर्ड किसी से शेयर करें ।,एटीएम से पैसे निकालते या जमा करते समय किसी भी अंजान व्यक्ति की सहायता न लें। अपने एटीएम पिन को समय समय पर बदलते रहें, फोन और एप को हमेशा नए वर्जन के साथ अपडेट रखें और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जरूरत से ज्यादा निजी जानकारियां शेयर न करें।,साइबर अपराध होने पर तुरंत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 करें डायल तथा साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराए
फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के द्वारा साइबर अपराध को लेकर लोगो को जागरुक करने के दिए गए दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना एनआईटी प्रभारी बसंत और उनकी टीम ने एनआईटी के रावल इंटरनेशनल स्कूल, नगला सोहना रोड, में 2000 से अधिक छात्र,छात्राओं और अध्यापकों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करते हुए इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि पुलिस आमजन को लगातार साइबर अपराध तथा उससे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक कर रही है। इसी के अंतर्गत साइबर अपराध थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत ने एनआईटी स्थित रावल इंटरनेशनल स्कूल, नगला सोहना रोड में पहुंचकर वहां पर मौजूद शिक्षक तथा 2000 से अधिक छात्र छात्राओं को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें इससे बचने के तरीकों के बारे में अवगत करवाया। कॉलेज प्रिंसिपल द्वारा पूरी पुलिस टीम का भव्य स्वागत किया गया और छात्रों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करने के लिए स्टेज पर आमंत्रित किया जहां साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करते हुए इंस्पेक्टर बसंत ने बताया कि युवावस्था में छात्र अपने लक्ष्य के लिए बहुत अधिक केंद्रित रहते हैं और वह भविष्य में बहुत कुछ ऊंची उड़ान भरने का सपना देखते हैं। वह इंटरनेट के माध्यम से देश दुनिया में चल रही नई तकनीक सीखने की कोशिश करते हैं तथा विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म तथा वेबसाइट पर भिन्न भिन्न प्रकार का ज्ञान अर्जित करते हैं। इंटरनेट पर जहां एक तरफ ज्ञान की प्राप्ति के लिए बहुत अच्छी वेबसाइट उपलब्ध हैं वही दूसरी तरफ इंटरनेट की दुनिया का एक दूसरा रूप भी है जिसमें कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोग इसका गलत फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। जब आप सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो यह अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति आपके द्वारा अपलोड की गई जानकारी का गलत फायदा उठाकर अपने लालच के लिए उसका गलत उपयोग करते हैं। आजकल फेसबुक व्हाट्सएप या अन्य बहुत सारी सोशल साइट्स पर वीडियो कॉल स्कैम चल रहा है जिसमें कोई लड़का या लड़की आपको अश्लील वीडियो कॉल करने का ऑफर देते हैं जिसके झांसे में आकर कुछ युवा उनके साथ अश्लील वीडियो कॉल पर बात कर लेते हैं। वीडियो कॉल के दौरान अपराधियों द्वारा यह कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती है जिसमें वीडियो कॉल करने वाले का चेहरा दिखाई देता है। इसके पश्चात अपराधियों का पीड़ित को ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू होता है। अपराधी उस व्यक्ति को की वीडियो को फेसबुक या व्हाट्सएप के माध्यम से उसके दोस्तों या रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देते हैं और ब्लैकमेल करके उनसे पैसे मांगते हैं। बदनामी के डर के कारण जब व्यक्ति एक बार इन अपराधियों को पैसे दे देता है तो वह उसे फिर से ब्लैकमेल करते हैं और बार-बार पैसे लेते हैं। इस प्रकार व्यक्ति इनके चंगुल में पूरी तरह फस जाता है और इन्हें बहुत सारे पैसे दे देता है इस प्रकार आजकल के युवा इन साइबर अपराधियों के झांसे में आ रहे हैं इसलिए सभी छात्र छात्राओं से अपील की जाती है कि वह किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ इस प्रकार की वीडियो कॉल या चैट करने से बचें तथा इस प्रकार की रिक्वेस्ट आने पर उन्हें तुरंत ब्लॉक कर दें। यदि गलती से वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस जाएं तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें आपकी पूरी सहायता की जाएगी तथा साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसके उन्हें हवालात में भिजवाया जाएगा इस प्रकार छात्राओं तथा शिक्षकों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया गया। छात्राओं द्वारा साइबर अपराध के बारे में उन्हें जागरूक करने के लिए इंस्पेक्टर बसंत व टीम का तहे दिल से धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।