दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के आदेश पर हज कमेटी के लिए औपचारिक नोटिफिकेशन जारी किया गया है.उपराज्यपाल की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक दिल्ली हज कमेटी में 3 साल के लिए 6 लोगों की नियुक्ति की गई है. दिल्ली की हज कमेटी में शामिल किए गए 6 सदस्यों में एक सासंद के तौर गौतम गंभीर (BJP ), दो विधायक अब्दुल रहमान और हाजी युनूस ( AAP ) स्थानीय निकाय की मुस्लिम सदस्य के तौर पर जाकिर नगर वार्ड नंबर 189 से नाजिया दानिश, मुस्लिम धर्मशास्त्र और कानून के जानकार के तौर पर मोहम्मद साद और सामाजिक कार्यकर्ता कोशर जहां को जगह दी गई है.
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने सुबह आरोप लगाया था कि कांग्रेस और बीजेपी में डील हो गई है और शुक्रवार को MCD के सदन की कार्यवाही से बाहर रहने के बदले में कांग्रेस की नाजिया दानिश को हज समिति में सदस्य बना दिया गया है. नाजिया दानिश ओखला के जाकिर नगर वार्ड से पार्षद है और कांग्रेस ने गुरुवार को ही उनको दिल्ली नगर निगम में अपना नेता सदन बनाया था.दिल्ली हज समिति के सदस्यों की नियुक्ति पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उठाए सवाल हैं.
LG अफसरशाही को कंट्रोल करते हैं-केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि LG ने सीधे अफसरों को यह नाम लिखवाए और नोटिफिकेशन जारी करवा लिया.’ना कोई प्रक्रिया ना कोई निर्वाचित सरकार, संविधान को हवा में उड़ा दिया’ सीएम केजरीवाल ने कहा कि ‘सर आप ऐसा इसलिए करने में सक्षम है क्योंकि आप सर्विस इस विभाग के जरिए अफसरशाही को कंट्रोल करते हैं और अपने गैरकानूनी निर्देश लागू करवा लेते हैं’. उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को दिल्ली हज कमेटी के सदस्यों की घोषणा की, जिसमें एक कांग्रेस पार्षद भी शामिल था, AAP ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें एमसीडी के महापौर चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के बीच सांठगांठ का आरोप लगाया गया था.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिसूचना को “अवैध” करार दिया और कहा कि न तो सरकार से परामर्श किया गया और न ही उचित प्रक्रिया का पालन किया गया. हज समिति के सदस्यों में भाजपा सांसद गौतम गंभीर, आम आदमी पार्टी के दो विधायक- अब्दुल रहमान और हाजी यूनुस, कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश, मुस्लिम धर्मशास्त्र विशेषज्ञ मोहम्मद साद और मुस्लिम स्वैच्छिक संगठनों के सदस्य के रूप में कौसर जहां शामिल हैं. बीजेपी ने कहा कि एलजी ने सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन किया.
कांग्रेस और बीजेपी का सौदा उजागर-AAP
एलजी कार्यालय के सूत्रों ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि उचित प्रक्रिया का पालन किया गया और नाजिया दानिश को समिति का अध्यक्ष नहीं बनाया गया. नौ वार्ड पार्षदों वाली कांग्रेस ने 250 सदस्यीय एमसीडी मेयर पद के चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया. पार्टी ने कहा है कि वह चुनाव का हिस्सा नहीं बनेगी और उसके पार्षद वोटिंग के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहेंगे.आप नेता सौरभ भारद्वाज ने इससे पहले दिन में कहा था कि एमसीडी में सदन के कांग्रेस नेता नाजिया दानिश ने भाजपा के साथ समझौता किया है.
“कांग्रेस और भाजपा का सौदा उजागर हो गया है. बीजेपी के लिए सबसे अच्छा मामला यह था कि कांग्रेस को सदन से बाहर कर दिया जाए और कांग्रेस ने इसके लिए सहमति व्यक्त की है. बदले में,बीजेपी ने एमसीडी कांग्रेस नेता सुश्री नाजिया दानिश को सदस्य बनाया है.