लखनऊ: ट्रेन में बेटिकट यात्रा करना रेलवे के नियमों के अनुसार गलत है. ऐसा करना दंडनीय अपराध है. लेकिन, अक्सर देखने को मिलता है कि कुछ पुलिसकर्मी वर्दी का रौब दिखाते हुए ट्रेन में बिना टिकट के यात्रा करते हैं. जब टीटीई उनसे टिकट की मांग करता है, तो अपने को ‘स्टाफ’ बताकर बहस करने लगते हैं, पर अब ऐसा नहीं चलेगा. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को बिना टिकट ट्रेन में यात्रा ना करने के सख्त आदेश दिए हैं. ऐसा करने पर उनके खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक, बिना टिकट के ट्रेनों में यात्रा करना ठीक नहीं है. इससे रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचता है. वहीं, पुलिस की इमेज पर भी लोग सवाल उठाते हैं. डीजीपी ने इस संबंध में राज्य के सभी जिलों को एक पत्र भी लिखा है. कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, प्रयागराज सहित अन्य जिलों के एसएसपी, एसपी को लिखे पत्र में डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को ट्रेन में बिना टिकट के यात्रा न करने की सलाह दी है.
बताया जा रहा है कि डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान की ओर से मिले दिशा-निर्देशों को सभी जिले के एसपी-एसएसपी ने पुलिस के जवानों के बीच सर्कुलेट कर दिया है. साथ ही बताया है कि पुलिस का काम कानून व्यवस्था का पालन कराना है, लेकिन अगर वो खुद ही तोड़ने लगे, तो लोगों के मन में पुलिस की छवि खराब बनती है.
ट्रेन में पुलिसवालों ने टीटीई से की थी बदसलूकी
बता दें कि हाल ही में अमरनाथ एक्सप्रेस ट्रेन में बिना टिकट सफर कर रहे पुलिस वालों का एक वीडियो वायरल हुआ था.टीटीई ने जब उनसे टिकट मांगा तो उन्होंने ट्रेन से फेंकने की धमकी दे डाली. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वहीं, अर्चना एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा कर रहे पुलिसवालों का टीटीई से अभद्र व्यवहार की खबरें सामने आई थीं. इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई थी. बता दें कि अगर कोई यात्री ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करता है, तो टीटीई उससे इसके लिए फाइन लगा सकता है. अगर कोई इसको लेकर टीटीई से अभद्रता करता है तो रेलवे पुलिस इसको लेकर कार्रवाई कर सकती है.