भारत में खालिस्तान को लेकर रह रहकर मांग उठती रहती है. हाल के दिनों में जब अमृतपाल सिंह की पंजाब में एंट्री हुई तो इसने लोगों को गुमराह करना शुरू किया. समय रहते राज्य सरकार चेती और अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पूरे पंजाब में छापेमारी होने लगी. हालांकि वो अभी तक पुलिस पकड़ में नहीं आया. जांच एजेंसियों ने जब छानबीन शुरू की तो पता चला कि इसका नेटवर्क तो कई देशों में फैला है.
इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों ने खूब उपद्रव किया. मंदिरों में तोड़फोड़ की गई. दूतावास दफ्तरों में हंगामा होने लगा. इससे कहीं न कहीं भारत और दूसरे देशों के रिश्तों पर भी प्रभाव पड़ा. अब पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियन सिख गेम्स (Australian Sikh Games 2023) को लेकर संदेश दिया है.
हिंदू मंदिरों और दूतावासों पर खालिस्तानियों का अटैक
ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में बड़ी संख्या में सिख नागरिक रहते हैं. यहां की राजनीति में भी उनका वर्चस्व है. लेकिन कुछ समय से खालिस्तानी समर्थकों ने उपद्रव किया. भारत के खिलाफ नारेबाजी हुई. भारतीय उच्चायोग के दफ्तरों को निशाना बनाया गया. ऑस्ट्रेलियन पीएम एंथोनी अल्बानीज (Anthony Albanese) जब भारत यात्रा पर थे तो पीएम मोदी ने उनसे ये मुद्दा भी उठाया था. अब पीएम मोदी का संदेश दोनों देशों के बीच तनाव पूर्ण माहौल को कम कर सकता है. पीएम ने लिखा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया मजबूत भागीदार हैं. 35th Australian Sikh Games के लिए पीएम ने ये संदेश भेजा था.
भारत-ऑस्ट्रेलिया में कई समानताएं- पीएम मोदी
ब्रिसबेन में ये गेम्स हो रहे हैं. ऑस्ट्रेलियन पीएम एंथोनी अल्बानीज भारत आए थे. उन्होंने पीएम मोदी के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच देखा था. पीएम मोदी ने इस बात को याद करते हुए लिखा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया विकास, प्रगति में पक्के पार्टनर हैं. पीएम ने लेटर में कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया में कई समानताएं हैं. हमारा एक दूसरे से जुड़ा हुआ इतिहास है, हमारे मूल्य, डेमोक्रेसी के नियम कायदे मिलते जुलते हैं. पीएम ने लिखा कि सिख समुदाय हमेशा स्पोर्ट्स, टीम वर्क और फिटनेस को लेकर जागरुक रहता है.