प्रयागराजः माफिया गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद अब सोशल मीडिया पर अतीक की जिंदगी के स्याह पन्ने वीडियो, ऑडियो और खबरों के तौर पर वायरल हो रहे हैं. 17 साल की उम्र में जुर्म की दुनिया में कदम रखने वाले यूपी के सबसे बड़े माफिया गैंगस्टर अतीक अहमद ने यूपी की बसपा, सपा सरकारों से बारी बारी बतौर विधायकी, सांसदी से तब के इलाहाबाद और अबके प्रयागराज की नुमाइंदगी की है. वो प्रयागराज जहां अतीक अहमद की आपराधिक दुनिया उसकी हत्या के साथ ही खत्म हो गई.
मगर यूपी के इस माफिया गैंगस्टर नेता अतीक अहमद के तीन दशकों के आपराधिक साम्राराज्य का अंत यूपी में बीजेपी की मौजूदा योगी सरकार ने किया. मगर उल्लेखनीय है कि अतीक अहमद ने अपनी हत्या से एक साल पहले योगी सरकार की तारीफ में ऑन कैमरा ऑन रिकॉर्ड कसीदे पढ़े थे. अतीक अहमद ने जेल में बंद रहने के दौरान ही मुख्यमंत्री योगी की जमकर तारीफ की थी.
‘मुख्यमंत्री योगी बहुत मेहनत कर रहे’
दो अक्टूबर 2022 में जेल में बंद रहने के दौरान अतीक अहमद ने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की थी. यूपी पुलिस 2 अक्टूबर 2022 को अतीक अहमद को पेशी पर लेकर जा रही थी, इसी दौरान मीडिया ने कैदी वैन को घेर लिया और अतीक से योगी सरकार को लेकर कुछ सवाल किए. अतीक अहमद ने योगी सरकार को लेकर तब कहा था कि ‘योगी बहुत बहादुर और ईमानदार मुख्यमंत्री हैं.अतीक ने कहा था मुख्यमंत्री योगी बहुत मेहनत कर रहे हैं. कोर्ट में पेशी पर जाते हुए तब योगी ने अतीक अहमद की तारीफ की थी.
योगी की तारीफ भी काम नहीं आई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक के पास करीब 1200 करोड़ की अवैध संपत्ति का साम्राज्य था. सीएम योगी सरकार अतीक की मौत के बाद भी उसकी अवैध संपत्ति की जगह-जगह तलाश कर रही है. ईडी ने अतीक के करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
ईडी को तब अतीक के ठिकानों से करीब 100 से ज्यादा अवैध और बेनामी संपत्ति मिली थी. प्रशासन ने अतीक का प्रयागराज में बने घर पर बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया था. इसके अलावा उसके इसी घर से 75 लाख नकदी और 50 सेल कंपनियों दस्तावेज जब्त किए थे.
तीन हमलावरों ने अतीक-अशरफ बरसाई थी गोलियां
बता दें कि हाल ही में यूपी विधानसभा सत्र में योगी आदित्यनाथ ने सदन में यूपी से माफियाराज खत्म करने की कसम खाई थी. सत्र के दौरान सीएम योगी ने यूपी के माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की कसम खाकर अपराधियों को खुला चैलेंज दिया था.
मालूम हो कि माफिया गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते वक्त कॉल्विन अस्पताल के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे पहले अतीक अहमद के बेटे अशद अहमद और उसके सहयोगी शूटर गुलाम झांसी में एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए थे. अतीक अहमद के बेटे पर राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था.