पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार ने कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाणको खरी खरी सुनाई है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर कांग्रेस में उनकी हैशियत क्या है. उन्हें कुछ भी बोलने से पहले पार्टी में ही अपना कद और पद देख लेना चाहिए. कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनावों के संबंध में वह सतारा में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने पृथ्वीराज चव्हाण की एक टिप्पणी पर यह प्रतिक्रिया दी
इससे पहले चाह्वाण ने उनके दावे को खारिज किया था कि महाविकास अघाड़ी के गठन के लिए कांग्रेस उतावली थी. इसी क्रम में चव्हाण ने दावा किया था कि कर्नाटक में एनसीपी बीजेपी की बी टीम है. लेकिन अपने सभी उम्मीदवारों को उतारने के बाद एनसीपी प्रमुख ने बुधवार को इस संबंध में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता चह्वाण को पहले अपनी ही पार्टी में अपनी हैशियत देख लेनी चाहिए कि वह अपनी पार्टी में ए, बी, सी हैं या डी.
शरद पवार ने कहा कि उन्हें इसका जवाब अपने किसी साथी से भी मिल सकता है. वह चाहें तो व्यक्तिगत तौर पर पूछ कर जान सकते हैं. वहीं उन्होंने कर्नाटक में अपने प्रत्याशी उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अपनी पार्टी का प्रसार करना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी से कोई विचार विमर्श नहीं किया है. ना ही इसकी कोई जरूरत है. यह फैसला एनसीपी का है और पार्टी कर्नाटक में संभावनाएं तलाश करने पहुंची है. इसलिए वह सीमित सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे गए हैं.
कर्नाटक चुनाव में बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री द्वारा बजरंगबली की जय बोल कर वोट मांगे जाने पर पवार ने सवाल उठाया. कहा कि हमारा संविधान पंथ निरपेक्ष राज्य की बात करता है. ऐसे में धार्मिक नारों के सहारे चुनाव जीतना सदन में लिए गए शपथ का उल्लंघन हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें हैरानी तो इस बात की है कि प्रधानमंत्री के पद पर बैठा व्यक्ति भी इस तरह के नारों का सहारा ले रहा है. जबकि उन्हें जनता के सामने यह बताना चाहिए कि बीते पांच साल में उन्होंने क्या किया और यदि सरकार बनती है तो वह अगले पांच साल में क्या करने वाले हैं.