कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संगरूर की एक अदालत ने मानहानि केस में समन भेजा है. संगरूर में हिंदू सुरक्षा परिषद बजरंग दल हिंद के हितेश भारद्वाज ने उनके खिलाफ स्थानीय अदालत में मानहानि का केस किया था. दावा है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल पर ‘अपमानजनक टिप्पणी’ की थी.
बजरंग दल हिंद ने उनसे कथित अपमान के लिए 100 करोड़ रुपए की डिमांड की है. संगरूर सिविल जज (सीनियर डिविजन) रमनदीप कौर ने कांग्रेस अध्यक्ष को 10 जुलाई को पेश होने कहा है. हितेश ने दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बजरंग दल की तुलना “देश विरोधी संगठन” से की… और कर्नाटक में सरकार बनने पर बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही.
14 दिनों में 100 करोड़ रुपए की डिमांड
वीएचपी के यूथ विंग दावा किया कि कांग्रेस ने घोषणापत्र में पेज नंबर 10 पर बजरंग दल पर बैन का वादा कर रखा है. दावा है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट्स ऑफ इंडिया से की थी. वीएचपी के चंडीगढ़ यूनिट ने कांग्रेस अध्यक्ष को 4 मई को कानूनी नोटिस भेजा था, और 14 दिनों के भीतर वीएचपी और बजरंग दल को 100 करोड़ रुपए देने कहा था.
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर हनुमान चालीसा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यह वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आएगी तो सरकार पीएफआई, बजरंग दल जैसे संगठनों पर निर्णायक कार्रवाई करेगी और बैन लगाएगी. कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि पीएफआई और बजरंग दल जैसे संगठन समाज में जाति और धर्म के आधार पर नफरत फैला रहे हैं. घोषणापत्र जारी होने के बाद बजरंग देल ने कर्नाटक समेत अन्य राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया. राजधानी दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर स्पीकर लगाकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का भी पाठ किया था.
मल्लिकार्जुन खरगे का कुछ भी कहने से इनकार
हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस विवाद पर कुछ भी कहने से इनकार किया था. एनडीटीवी के साथ बातचीत में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी ने इसका जवाब दे दिया है. जब पार्टी ने साफ कर दिया है तो ‘मैं इसपर कोई अपना विचार नहीं देना चाहता.’ पार्टी के घोषणापत्र को खुद खरगे की मौजूदगी में जारी किया गया था.