मुंबई: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा के साथ दो दिनों के मुंबई दौरे पर हैं. बुधवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद आज (25 मई, गुरुवार) उन्होंने मुंबई के वाई बी चव्हाण सेंटर में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के अध्यादेश समेत देश के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई. इस मुलाकात के बाद उन्होंने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 23 मई को केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग के सारे अधिकार दिल्ली सरकार से छीन लिए. आठ सालों की लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 12 मई को हमारे पक्ष में फैसला दिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने इस फैसले के आठ दिनों के भीतर हमारे सारे अधिकार एक अध्यादेश जारी कर छीन लिए और ये अधिकार उप राज्यपाल को सौंप दिए. अब इससे संबंधित बिल संसद में लाया जाएगा. यह बिल राज्यसभा में पास ना हो, इसके लिए हम समर्थन मांगने आए हैं.
‘गैर बीजेपी सरकारों को तोड़ने के तीन तरीके- खरीदो, डराओ, अध्यादेश लाओ’
दिल्ली के सीएम ने कहा कि शरद पवार ने हमें आश्वासन दिया है कि राज्यसभा में यह बिल पास नहीं होने दिया जाएगा. गैर बीजेपी पार्टियां साथ आएं तो राज्य सभा में इस बिल को रोका जा सकता है. यह सिर्फ दिल्ली की लड़ाई नहीं है. देश के फेडरल स्ट्रक्चर को मिटाने की कोशिशके खिलाफ लड़ाई है. केंद्र सरकार कहीं भी गैर बीजेपी सरकार के साथ तीन तरीके अपनाती है. वे या तो विधायकों को खरीद कर सरकार गिराती है या फिर ईडी-सीबीआई का डर दिखा कर विधायकों को तोड़ती है या फिर विधेयक लाकर सरकार के कामों में अड़चनें पैदा करती हैं.’
‘महाराष्ट्र की जनता गवाह, कैसे ईडी–सीबीआई का डर दिखा कर सरकार गिराई’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह देश के लिए खतरनाक स्थिति है. दिल्ली की जनता के साथ अन्याय है. लोग कहते हैं कि यह विपक्ष की एकता की बात है क्या? यह पक्ष-विपक्ष की बात नहीं है. यह देश की बात है. महाराष्ट्र की जनता गवाह है कि कैसे यहां भी ईडी-सीबीआई का डर दिखाकर जनता की चुनी हुई एक सरकार गिरा दी गई.
‘मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी मिलेंगे, उनका समर्थन हासिल करेंगे’
शरद पवार देश के सबसे बड़े नेता हैं. हमने उनसे अनुरोध किया कि आपका तो सहयोग मिलेगा ही, बाकी पार्टियों से भी वे बात करें और राज्यसभा में यह बिल पास ना होने दें. अगर ऐसा हुआ तो देश में 2024 में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी. केजरीवाल से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या वे कांग्रेस से भी समर्थन हासिल करने की कोशिश करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि जल्दी ही वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी मुलाकात करने वाले हैं और उनसे मिलकर समर्थन हासिल करने की कोशिश करेंगे.
‘जो दिल्ली के खिलाफ हो रहा, वो सिर्फ दिल्ली ही नहीं, लोकतंत्र के खिलाफ हो रहा’
शरद पवार ने कहा कि आज जो दिल्ली के खिलाफ हो रहा है, वो सिर्फ दिल्ली के खिलाफ ही नहीं बल्कि लोकतंत्र के खिलाफ हो रहा है. यह समस्या सिर्फ दिल्ली की ही नहीं, देश की समस्या है. देश में लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है. बीजेपी लगातार लोकतंत्र पर आघात कर रही है. देश में चुनी हुई सरकार को चलाने का अधिकार जो जनता ने दिया है, उन्हें बचाने का सवाल है. लोकतंत्र में जनता के वोट देने के अधिकार को बचाने की लड़ाई है.
‘गैर बीजेपी पार्टियों से भी बात करूंगा, लोकतंत्र बचाने के लिए सब साथ आएं’
आगे शरद पवार ने कहा कि इस लड़ाई में मैं और मेरी पार्टी तो अरविंद केजरीवाल के साथ हैं हीं, मैं बाकी पार्टियों से भी इस मुद्दे पर बात करूंगा. जब पत्रकारों ने शरद पवार से पूछा कि अरविंद केजरीवाल आपकी आलोचना करते रहे हैं, इसपर आप क्या कहेंगे. शरद पवार ने इस सवाल के जवाब में कहा कि यह मतभेद जाहिर करने का वक्त नहीं है.
केजरीवाल-पवार मुलाकात पर देवेंद्र फडणवीस ने यह कहा
देवेंद्र फडणवीस ने केजरीवाल-पवार मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बारे में क्या-क्या नहीं कहा था. लेकिन मोदी विरोध के लिए ये लोग साथ आ रहे हैं. लेकिन ये कुछ भी करें, मोदी जी का दुनिया भर में सम्मान देखकर इनके पेट में जितना भी दर्द हो, उस दर्द का हमारे पास इलाज नहीं है.