कानपुर: ‘अगले जनम मोहे बिटिया न कीजो’ इस दुनिया को अलविदा कहते समय मासूम के मन में ये बात जरूर आई होगी. दरअसल कानपुर के चकेरी इलाके के सनिगवां इलाके में पांच दिन पहले मासूम के साथ हुए रेप के प्रयास के बाद उसने शनिवार को दम तोड़ दिया. नाबालिग के साथ रेप की घटना के प्रयास ने उसके दिल में इस कदर दुनिया के प्रति नफरत पैदा की, कि घटना के दिन के बाद से उसने आंखें नहीं खोली थी. जिसके बाद लगातार उसका शरीर साथ छोड़ता गया. डॉक्टरों की माने तो बच्ची के मल्टी आर्गन फेल हो गए, जिस वजह से मासूम की मौत हो गई.
कानपुर के सनिगवां इलाके में हुई इस घटना में आरोपी दस साल के लड़के ने मासूम तीन साल की बेटी के साथ रेप की कोशिश की थी. जानकारी के अनुसार बीते सोमवार मासूम बच्ची अपने घर के बाहर जब खेल रही थी. तभी कॉलोनी के साइड में रहने वाला दस साल का लड़का उसे साइकिल पर घुमाने के बहाने सुनसान जगह ले गया. जहां वो बच्ची के साथ दुकर्म का प्रयास करता रहा, लेकिन कुछ लोगों ने लड़के को देख लिया और वो जैसे ही उसकी तरफ बढ़े तो आरोपी लड़का बच्ची को धक्का देकर भाग गया.
बच्ची के सिर में आई थी गंभीर चोट
लड़के के बच्ची को फेंकने के कारण उस के सर में गंभीर चोट आई, साथ ही उसकी एक आंत फट गई. जिसके बाद परिजन बच्ची को इलाज के लिए कानपुर के हैलट अस्पताल लेकर गए. वहीं पुलिस को मिली शिकायत के बाद आरोपी पर गंभीर पॉस्को दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, लेकिन कानपुर की इस शर्मशार कर देने वाली घटना के बाद लोगों का गुस्सा चरम पर है और लोग आरोपी को कठोर सजा दिए जाने की बात कह रहें हैं.
वही पुलिस अब बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. जिसके बाद एफआईआर में धाराए बढ़ सकती हैं. वही क़ानूनी जानकारों की माने तो आरोपी को कानूनन रूप से सख्त सजा नहीं मिल सकती, घटना के बाद यह भी एक बड़ा सवाल कानून को लेकर उठ खड़ा हुआ है कि इतने गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले आरोपी को कानून व्यस्था के चलते सख्त सजा दे पायेगा या नहीं