पंजाब पुलिस की सुरक्षा विंग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली में ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा की जरुरत नहीं है. बता दें कि देश और विदेश से संभावित खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सीएम मान को जेड प्लस श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा एक हफ्ते पहले दी थी.
वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा विंग ने गृह मंत्रालय को लिखा है कि सीएम को पंजाब, चंडीगढ़ और देश की राजधानी दिल्ली में सीआरपीएफ सुरक्षा की जरुरत नहीं है क्योंकि पंजाब पुलिस के पास इन क्षेत्रों में उनकी सिक्योरिटी के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है. हालांकि पत्र में कहा गया है कि केंद्र अन्य राज्यों में सीएम मान को सीआरपीएफ सुरक्षा दे सकता है
सुरक्षा में लगभग 1,200 पुलिसकर्मी तैनात
दरअसल पंजाब पुलिस विशेष अभियान समूह (SOG), जिसे पहले विशेष सुरक्षा इकाई (SPU) के रूप में जाना जाता था, यही पंजाब में सीएम की सुरक्षा करता है और वर्तमान में, उनकी थ्री लेयर सुरक्षा में लगभग 1,200 पुलिसकर्मी हैं. एसओजी को आतंकवाद निरोधी इकाई राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की तर्ज पर प्रशिक्षित किया गया है.
दोहरी सुरक्षा व्यवस्था से नई चुनौतियां
एक सुरक्षा विंग के अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने एमएचए से अनुरोध किया था कि जब भी वह पंजाब, दिल्ली और यूटी चंडीगढ़ के अलावा अन्य राज्यों में सीएम को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करे. लेकिन केंद्र ने देश भर में सीएम को सुरक्षा दिया है. हमने इसके लिए गृह मंत्रालय को नया पत्र लिखा है क्योंकि दोहरी सुरक्षा व्यवस्था से सीएम मान की सुरक्षा में नई चुनौतियां आ सकती हैं. एक अधिकारी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा देने की जरूरत तब महसूस हुई जब वह हाल ही में वह आम आदमी पार्टी की चुनावी रैलियों में हिस्सा लेने के लिए दूसरे राज्यों में गए थे.