कानपुर शहर के बर्रा इलाके में 8 वर्षीय मासूम ने फांसी लगाकर जान दे दी. मासूम के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले ने लोगों को झकझोर के रख दिया है. मासूम अभी कक्षा 3 की छात्रा थी. इतनी कम उम्र की मासूम के दिमाग में आत्महत्या की बात कहां से आई? ये एक बड़ा सवाल है. घटना के बाद से परिवार में मातम पसरा हुआ है. पुलिस ने इस पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
कक्षा तीन की आठ वर्षीय छात्रा ने खेल-खेल में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा कर जान दे दी. मासूम मृतका की बहन ने जब बड़ी बहन को फंदे पर लटका देखा तो परिजनों को मामले की जानकारी दी. बेटी मौत की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
घर पर रोज होती थी फांसी की चर्चा
मासूम के फांसी लगाने का मामला बर्रा-8 इलाके का है. जहां किराए के मकान पर महेश अपनी पत्नी सुमन, दो बेटी और एक बेटे के साथ रह रहते हैं. परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही घर के पास ही एक युवक ने फांसी लाकर जान दी थी. इसकी घर पर लोग रोजाना चर्चा कर रहे थे. इससे उनकी आठ वर्षीय बेटी मीनाक्षी रोज सुना करती थी.
कैसे बनाया जाता है फांसी का फंदा?
पिता ने बताया कि दोपहर को उसने अपनी मां सुमन से फांसी का फंदा कैसे बनाया जाता है? इस बारे में पूछा था. इस पर मां ने बेटी को डांट भी लगाई थी. शाम को मीनाक्षी की छोटी बहन पड़ोस में कोचिंग पढ़ने गई थी. इसी दौरान मासूम मीनाक्षी ने दुपट्टे को गले में खेल-खेल में डाल कर फांसी लगा ली. इस बात की जानकारी तब हुई, जब मृतक मीनाक्षी की बहन कोचिंग से वापस घर लौटी.
मासूम ने खेल-खेल में लगाई फांसी
बहन ने मीनाक्षी को फंदे से लटका हुआ देखा तो मम्मी-पापा को जानकारी दी. इसके बाद परिजनों के होश उड़ गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करने के बाद बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बच्ची के द्वारा फांसी लगाई जाने की बात पड़ोसियों का कहना था कि बच्ची बहुत ही हंसमुख स्वभाव की थी. बच्ची ने खेल खेल में फांसी लगाई है. वह बेड से नीचे गिर गई, जिससे फंदा कस गया और उसकी मौत हो गई.