देशभर के कई राज्यों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है. हीटवेव की चपेट में आकर लोगों की जान जा रही है. आसमान से उगलती आग के बीच पारा 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है. इस बीच कुछ राज्यों में छिटपुट बारिश भी हुई, लेकिन उससे भी राहत नहीं मिली. मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी अभी लू से राहत की ओर इशारा नहीं कर रही है. जून से पहले सप्ताह तक लोगों को इस झुलसाती गर्मी का सामना करना पड़ेगा. उसके बाद ही कहीं जाकर कुछ राहत मिलने की उम्मीद है.
हीटवेव का सबसे ज्यादा असर राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में देखने को मिल रहा है. यूपी, राजस्थान और बिहार में तो लू की चपेट में आकर लोगों की जानें जा रही हैं. शुक्रवार को हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में हीटवेव का कहर देखने को मिला. यूपी के मिर्जापुर जिले में तो चुनाव ड्यूटी में जा रहे तीन मतदानकर्मी सहित छह होमगार्ड जवानों की मौत हो गई.
राजस्थान में तापमान में गिरावट
वहीं राजस्थान में आज गर्मी से आंशिक राहत मिली. अधिकांश स्थानों पर एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में कमी आई. शुक्रवार को करौली में सबसे ज्यादा 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. श्रीगंगानगर में 47.3 डिग्री सेल्सियस, टोंक वनस्थली में 46.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 46.5 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 46.5 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 46.4 डिग्री सेल्सियस और चूरू में 46. 2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. वहीं राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान में हीटवेव से 5 लोगों की मौत
राजस्थान सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, हीट स्ट्रोक से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 31 मई तक कुल 4,911 हीट स्ट्रोक के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं. जयपुर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में राजस्थान में लू से राहत मिलेगी. अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वी-पश्चिमी राजस्थान के उत्तरी जिलों में आंधी आने की भी संभावना है.
बात अगर अन्य राज्यों की करें तो छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बनी रही. ओडिशा के कुछ हिस्सों में, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में हीटवेव का असर देखने को मिला. हालांकि इन राज्यों में अधिकतम तापमान में थोड़ा गिरावट भी दर्ज की गई, जिसके परिणामस्वरूप राजस्थान, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा में हीटवेव का असर थोड़ा कम रहा.
दिल्ली में एक जून को कैसा रहेगा मौसम?
वहीं राजधानी दिल्ली में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. यहां शुक्रवार को मुंगेशपुर में पारा 49.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूरे दिल्ली में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक था. मौसम विभाग ने कहा कि मई महीने में दिल्ली में केवल दो दिन बारिश हुई, जो बीते 10 वर्षों में सबसे कम है. IMD ने दिल्ली में शनिवार यानि एक जून के लिए येलो अलर्ट जारी कर आंशिक रूप से बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश और धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई है.