उत्तरपरदेश : कहते हैं कि सफलता किसी की मोहताज नहीं होती। आप अगर ईमानदारी और लगन से मेहनत करते हैं तो मंजिल आपको जरूर मिलती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है अलीगढ़ की रहने वाली भावना ने। भावना ने पावर लिफ्टर के बाद बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और उसने बॉडी बिल्डिंग में मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। एक साधारण परिवार से आने वाली भावना ने वह कर दिखाया जो कभी उसने सोचा भी नहीं था।
कौन हैं मिस यूपी जीतने वाली भावना?
अलीगढ़ के धनीपुर क्षेत्र की रहने वाली भावना वर्तमान में डी-फार्मा कर रही हैं। उसके पिता रूपकिशोर पोस्ट ऑफिस से रिटायर्ड कर्मचारी हैं। मां रेशमा देवी हाउसवाइफ हैं। उसकी एक बड़ी बहन ओमवती है और दो भाई ओमवीर सिंह और मोहन सिंह हैं। भावना ने 2021 में हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था लेकिन वहां पर उनका चौथा स्थान आया था। फरवरी 2022 में अलीगढ़ में एक बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता हुई थी जिसको देखकर भावना ने तय किया कि अगर बॉडी बिल्डिंग लड़के कर सकते हैं तो वह क्यों नहीं कर सकती। इसके बाद भावना ने कोच दीपक शर्मा से संपर्क किया और उनकी देखरेख में अभ्यास करना शुरू कर दिया। 29 मई को गाजियाबाद में आयोजित बॉडीबिल्डर प्रतियोगिता में भावना मिस यूपी चुनी गईं।
कहां से मिली बॉडी बिल्डर बनने की प्रेरणा?
भावना अब 17,18,19 जून को दिल्ली में होने वाली शेरु क्लासिक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जोर-शोर से तैयारियां कर रही है। भावना ने बॉडी बिल्डर बनने पर बताया, “मैं पहले इसे जॉइन नहीं करना चाहती थी। पहले मैं बहुत पतली थी। मुझे किसी ने कहा कि जिम ज्वाइन करो। मैं जिम चली गई। उसके बाद पावर लिफ्टिंग भी खेली। पावर लिफ्टिंग में मेरे गुरु शिखा वर्मा ने मुझे ट्रेन किया।
भावना ने आगे बताया कि जिम जाने के बाद उनके मसल्स को देखते हुए उनके गुरु ने बॉडी बिल्डिंग में जाने की सलाह दी। भावना ने कहा कि लोग तो कहते ही रहते हैं लेकिन खुद में भी कुछ करने के लिए जुनून होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे जिम जाते हुए 2 साल हुए हैं। 1 साल मैंने पावर लिफ्टिंग की है और उसके बाद मैं बॉडी बिल्डिंग में आ गई।”
क्या बोले भावना के कोच दीपक शर्मा?
भावना के कोच दीपक शर्मा ने बताया, “2009 में जब मैं बॉडीबिल्डिंग किया करता था, अलीगढ़ में भाग लिया करता था। मजहर सर के नेतृत्व में अलीगढ़ में मिस्टर इंडिया कंपटीशन हुआ था तब मैंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए। लेकिन उस समय लड़कियों के अंदर कोई खेल का जुनून नहीं था। उसके बाद जब चार-पांच साल बाद लड़कियों में क्रेज आया तो मैंने सोचा कि कुछ अलग हटकर किया जाए। अब जाकर मुझे भावना मिली जिसकी वजह से ये संभव हो पाया है।”
कोच दीपक शर्मा ने बताया कि भावना को करीब 1 साल हो गया है और आगे भी हम ये करते रहेंगे। आगे हम 17, 18, 19 को दिल्ली में कम्पटीशन में भाग लेंगे। लड़के तो बॉडी बना लेते हैं लेकिन लड़कियों को अलग से कुछ नहीं मिल पाता। बॉडी बनाने के लिए थोड़ी बहुत समस्या तो आई लेकिन उसके बाद सब ठीक-ठाक हो गया।