तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड के बाद डीजी जेल ने कड़ा कदम उठात हुए तिहाड़ जेल,मंडोली जेल और रोहिणी जेल समेत कुल 99 स्टाफ का ट्रांसफर कर दिया है. DG तिहाड़ संजय बेनीवाल जेल के आदेश के तहत, तिहाड़ जेल हेड वार्डर, सीसीटीवी कंट्रोल स्टाफ, वार्ड स्टाफ, आई टी स्टाफ, जेल स्टाफ शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि1957 के बाद तिहाड़ में पहली बार इतने बड़े स्तर पर ट्रांसफर हुए हैं.
DG दिल्ली जेल संजय बेनीवाल ने टीवी9 से कहा है कि ये चेंज एहतियातन जरूरी था. बता दें कि गैंगवार में अंकित गुर्जर, प्रिंस, टिल्लू की हत्या के बाद बड़े स्तर पर ट्रांसफर किए गए हैं. बताया गया कि गैंगवार की वजह से पुलिस की काफी फजीहत हो रही है. इसी के मद्देनजर बड़ी संख्या में ट्रांसफर किए गए हैं.
तिहाड़ में टिल्लू की हत्या के बाद दिल्ली की जेलों की सुरक्षा पर उठे सवाल
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की उसके दुश्मन गोगी गैंग के बदमाशों ने हत्या कर दी थी. गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया तिहाड़ जेल नंबर 8 के वार्ड नम्बर 5 के सेल नम्बर 8 में बंद था. तिहाड़ जेल नंबर 8 के वार्ड नम्बर 5 के ही B ब्लाक में टिल्लू के दुश्मन गोगी गैंग के सदस्य बदमाश रियाज गैडा, राजेश करमवीर, योगेश टुडा और दीपक तित्तर भी बंद थे.
चारोंं बदमाशों ने पुरानी गैंगवार की रंजिश के चलते गैंगस्टर टिल्लू को जेल के बैरक में ही मौत के घाट उतार दिया था. हत्यारे चारों बदमाश गोगी के मर्डर के लिए टिल्लू को जिम्मेदार मानते थे. यही वजह रही कि आरोपियों ने टिल्लू ताजपुरिया को जेल में धारदार हथियारों से मौत के घाट उतार दिया.
जेलों में बंद गैंगस्टर बड़े अपराधों को दे रहे अंजाम!
तिहाड़ जेल में तड़के टिल्लू ताजपुरिया के हत्याकांड ने दिल्ली में मौजूद जेलों की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. जेल सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस पर लगातार सवालिया निशान उठ रहे हैं. जेल में आए दिन गैंगवार, हत्याओं ने कहीं न कहीं पुलिस की फजीहत जरुर कराई है. आए दिन जेलों में बंद कैदियों के पास से मोबाइल फोन, नगदी, हथियार मिल रहे हैं. कैदी जेल के भीतर से बाहर बड़े अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. जाहिर है कि कहीं न कहीं जेलों की सुरक्षा में चूक के साथ लापरवाही बरती जा रही है.