बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार बीजेपी के खिलाफ पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है. वह लगातार बीजेपी पर हमला कर रहे हैं और बार-बार 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने की बात कह रहे हैं. इस बीच नीतीश कुमार विपक्षी एकता कायम करने के प्रयास में विभिन्न दलों के नेताओं से मुलाकात करने के लिए आज तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचेंगे. नीतीश 7 सितंबर तक दिल्ली में रहकर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात करेंगे. नीतीश 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश करेंगे.
JDU का मानना है कि वह बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के बाद अब ‘‘राष्ट्रीय’’ भूमिका निभाएं. पार्टी के नेता ने बताया कि दिल्ली दौरे के दौरान कुमार के एनसीपी शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से भी मिलने की संभावना है. नीतीश कुमार के हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से भी मिलने की संभावना है.
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मिलेंगे
दिल्ली दौरे से पहले नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में कहा कि सारी विपक्षी पार्टी एक हो जाएं और मिलकर के चुनाव लड़ेंगे तो भारी सफलता हाथ लगेगी. हम संख्या की बात नहीं करते बस यही बात है कि एक साथ होकर लड़ेंगे तो भारी सफलता हाथ लगेगी. हम लोग कुल 7 पार्टी हैं. चार पार्टी से दिल्ली में मुलाकात करेंगे. बाकी और लोगों से भी दिल्ली में मुलाकात करेंगे. कइयों का फोन आता रहता है. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे.
नीतीश के दिल्ली दौरे पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, दिल्ली में नीतीश विपक्षी एकता के लिए काम करेंगे. 38 फीसदी वोट बीजेपी के खिलाफ है. अगर 62 प्रतिशत एक हो जाएं तो. यह 75% से ज्यादा हो जाएगा. वहीं नीतीश कुमार आज सुबह जनता दरबार के बाद दोपहर में दिल्ली के लिए निकलेंगे.