कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही बीजेपी उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा कर रही है. कर्नाटक में उम्मीदवारों का नाम तय करने के लिए आज से दो दिवसीय बैठक बीजेपी के महामंत्री अरुण सिंह और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में शुरू हो चुकी है. कर्नाटक में उम्मीदवारों का नाम तय करने के लिए बीजेपी ने इस बार इंटरनल वोटिंग का भी सहारा लिया है. इतना ही नहीं कल से देश भर से कर्नाटक पहुंचे बीजेपी के 50 नेता भी अगले एक महीने के लिए वहीं जम रहे हैं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी लगातार तैयारी में लगी है. पार्टी के उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए आज से बीजेपी कोर ग्रुप और राज्य चुनाव समिति की बैठक बेंगुलुरु में शुरू हो गई है. इस बैठक में बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी और महामंत्री अरुण सिंह, चुनाव प्रभारी, धर्मेंद्र प्रधान, सह चुनाव प्रभारी मनसुख मंडाविया, कर्नाटक के केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी समेत राज्य के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं.
अगले 3-4 दिनों में होगा उम्मीदवारों का ऐलान
इस बैठक में जिला स्तर से आए हुए तमाम उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हो रही है. राज्य चुनाव समिति की बैठक में जिला स्तर से आए हर सीट के तीन नाम तय किया जाएंगे, उन्हीं 3 नामों की सूची तैयार कर 6 अप्रैल को दिल्ली भेजा जाएगा. उसके बाद 7-8 अप्रैल को होने वाले केंद्रीय चुनाव समिति की संभावित बैठक में एक नाम पर अंतिम मुहर लगेगी.
BJP की नजर दोबारा वापसी पर
कर्नाटक को दक्षिण का गेटवे कहा जाता है और इसी वजह से बीजेपी यहां सत्ता में वापसी चाहती है. इससे 2024 को लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा साथ ही कर्नाटक के सहारे बीजेपी दक्षिण के राज्यों में भी अपना जगह बना पाएगी. इसीलिए बीजेपी उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी काफी सतर्क है. बीजेपी ने उम्मीदवार तय करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक लिया है.
इंटरनल वोटिंग के आधार पर तय होंगे उम्मीदवारों के नाम
पार्टी ने कार्यकारिणी सदस्यों और फ्रंटल संगठनों के चुनिंदा पदाधिकारियों से उम्मीदवारी के नाम को लेकर इंटरनल वोटिंग भी कराई है. इसी आधार पर उम्मीदवारों का नाम फाइनल किया जा रहा है. कर्नाटक को लेकर बीजेपी की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी देशभर से चुने हुए 50 नेताओं की फौज उतार रही है.
28 लोकसभा सीटों पर ये 50 नेता डालेंगे डेरा
इन सभी नेताओं को अगले 2 दिनों के अंदर यानी 6 अप्रैल तक कर्नाटक पहुंचना है. ये सभी नेता अगले 30 दिन तक लगातार कर्नाटक में ही रहेंगे. 28 लोकसभा सीटों पर ये सभी 50 नेता दिन रात काम करेंगे. कुछ लोकसभा सीटों में 2 और कुछ में 3 नेता लगाए जाएंगे. बड़े जिलों में जैसे बेलगावी जैसे जिले में 3 नेता की ड्यूटी.